स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई (सीएसवीटीयू ) दे रहा रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर जोर : डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग मे प्रवेश जारी

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स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई (सीएसवीटीयू ) दे रहा रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर जोर : डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग मे प्रवेश जारी

भुवन वर्मा बिलासपुर 6 नवंबर 2021


भिलाई । छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई (सीएसवीटीयू ) शिक्षण विभाग (यूटीडी) मे इस शिक्षण सत्र 2021-22 से रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग मे त्रिवर्षीय शिक्षा प्रारम्भ की है, जिसमें 60 सीटों पर छत्तीसगढ़ के डोमिसाइल (स्थानीय) अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है l छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद सीएसवीटीयू शिक्षण विभाग (यूटीडी) राज्य का पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां यह पाठ्यक्रम संचालित हो रहा है l चूंकि छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक वातावरण के दृष्टिकोण से अग्रणी राज्य है, जहा सीमेंट, स्टील, एल्युमिनियम काफी मात्रा में उत्पादन कर राष्ट्र को सहयोग करता है अपितु यहा खनन के दृष्टिकोण से भी यहा विभिन्न मिनरल रिसोर्स कि प्रचुरता है l इस प्रदेश को उद्योग हब का दर्जा है l ऐसे परिदृश्य में राज्य परिप्रेक्ष्य के लिए
फायर और सेफ्टी इंजीनियरिंग मे त्रिवर्षीय डिप्लोमा कोर्स यहां के स्थानीय युवाओं को एक अच्छा कैरियर बनाने का सुनहरा अवसर दे रहा है । जिस गति से विश्व आज विकास करता हुआ आगे की ओर बढ़ रहा है उसी गति से आग से औद्योगिक दुर्घटनाओ की संख्या भी बढ़ रही हैं, ऐसे में किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरे विश्व मे प्रोफेशनल फायर इंजीनियरों की आवश्यकता तेजी से बढ़ रही है। जिसके कारण इस क्षेत्र मे रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे है।
फायर और सेफ्टी इंजीनियरिंग एक ऐसी फिल्ड है जिसमें आग लगने के प्रकार, आग बुझाने के तरीके, आग बुझाने के इक्वीपमेंट, आग में घिरे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना आदि बातों की शिक्षा इस त्रिवर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम द्वारा दिया जाएगा ।
फायर और सेफ्टी डिपार्टमेंट से जुड़ने पर आप एक कामयाब कैरियर व अच्छा वेतन तो पाते ही है, साथ ही साथ अपने साहस का परिचय देते हुए आपात परिस्थितियों मे लोगो तक राहत पहुँचा कर समाजसेवा भी करते है।
इंडस्ट्रियल फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए शैक्षणिक योग्यता
फायर और सेफ्टी इंजीनियरिंग के त्रिवर्षीय डिप्लोमा कोर्स में दाखिला अभ्यर्थियों को इस वर्ष आयोजित सीजीपीपीटी के मेरिट के आधार पर, संचालनालय तकनीकी शिक्षा (डीटीई)के वेबसाइट मे जाकर ऑनलाइन पंजीयन तथा दस्तावेज परीक्षण (डीवीसी) के द्वारा होगा l
जिसके लिए निर्धारित तिथि 08 नवंबर 2021 पूर्वाह्न 11 बजे से 11 नवंबर अपरान्ह 3 बजे तक रखा गया है l
नौकरी की सम्भावनाये
औद्योगिक फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग मे एक्सपर्ट मानते है कि इस फिल्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं है। हर सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में एक फायर इंजीनियर की नियुक्ती अनिवार्य कर दी गई है। इस फिल्ड के प्रोफेशनल की जरूरत आर्किटैक्चर और बिल्डिंग निर्माण, इंश्योरैंस एसैसमैंट, प्रोजेक्ट मैनेजमैंट, रिफाइनरी, गैस फैक्ट्री, निर्माण उद्योग, प्लास्टिक, एलपीजी एंड कैमिकल प्लांट, पुलिस , मेट्रो, रिफाइनरी, रेलवे, एयरपोर्ट, आर्मी, नेवी शॉपिंग माल, इंडस्ट्रीज, आदि जगहों में नौकरी के कई अवसर मौजूद है।
इंजीनियर का कार्य क्षेत्र
इस विधा के इंजीनियर का विशाल कार्य क्षेत्र है, जिसमें से प्रमुख रूप से असिस्टेंट, सेफ्टी इंस्पेक्टर, सेफ्टी इंजीनियर, सेफ्टी ऑफिसर, सेफ्टी सुपरवाइज़र, फायर प्रोटेक्शन टेक्नीशयन, सेफ्टी आडिटर जैसे पद शामिल है l
नौकरी के लिए विश्विद्यालय का प्रयास
कुलपति प्रोफेसर डॉ मुकेश वर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा संचालित हो रहे डिप्लोमा प्रोग्राम पूर्णतः रोजगारोन्मुखी है l इस प्रोग्राम में पाठ्यक्रम का निर्माण समसामयिक औद्योगिक परिवेशों, तकनीकों और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है l विश्विद्यालय पाठ्यक्रम से संबंधित शिक्षा के लिए देश के प्रमुख संस्थानों से ट्रेनिंग प्रोग्राम की योजना बनाया है l जिससे छात्रों का बेहतर विकास किया जा सके l
प्लेसमेंट सेल की होगी अहम भूमिका
विश्विद्यालय ने छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सेंट्रल प्लेसमेंट सेल (सीपीसी) का गठन किया है, जिसमें देश के बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ अनुबंध हुआ है, जिसके माध्यम से रोजगार की व्यवस्था उपलब्ध कराना विश्विद्यालय की प्रथम प्राथमिकता रहेगी l

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