धीरे धीरे पूरे छत्तीसगढ़ में भी रोहिंगयों ने पसार लिए हैं पैर : गत माह छत्तीसगढ़ में हिन्दू बनकर चोरी करते पकड़े गए रोहिंग्या मुस्लिम, आजकल पुरे देश में दे रहे गैर-क़ानूनी गतिविधियों को अंजाम

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धीरे धीरे पूरे छत्तीसगढ़ में भी रोहिंगयों ने पसार लिए हैं पैर : गत माह छत्तीसगढ़ में हिन्दू बनकर चोरी करते पकड़े गए रोहिंग्या मुस्लिम, आजकल पुरे देश में दे रहे गैर-क़ानूनी गतिविधियों को अंजाम

भुवन वर्मा बिलासपुर 20 अक्टूबर 2021

रायपुर । छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जगदलपुर कवर्धा में रोहिंग्या मुसलमानों की मौजूदगी को लेकर भाजपा पार्षद की शिकायत के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अम्बिकापुर जिले के कलेक्टर को इसकी जांच करने के आदेश दिए हैं. इस मामले पर कलेक्टर ने जांच शुरू की,

रोहिंग्या मुसलमानों की मौजूदगी! स्वास्थ्य मंत्री ने जांच के आदेश दिए । इस मामले पर कलेक्टर का कहना है कि स्वास्थ मंत्री का पत्र मिला है. उन्होंने रोहिंग्या मुसलमान होने की जांच के जो आदेश दिए हैं उसपर तत्काल कार्रवाई की जा रही है. वोटर लिस्ट और सारे डॉक्यूमेंट चेक किये जा रहे हैं. ।

धीरे धीरे पूरे छत्तीसगढ़ में रोहिंगयों पैर पसार लिए है । गत माह
छत्तीसगढ़ में हिन्दू बनकर चोरी करते पकड़े गए रोहिंग्या मुस्लिम, आजकल पुरे देश में दे रहे गैर-क़ानूनी गतिविधियों को अंजामदे रहे हैं । देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बन चुके रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही हैं. ये रोहिंग्या मुसलमान घुसपैठ कर देश में प्रवेश करते हैं और फिर यहाँ कई ख़तरनाक वारदातों को अंजाम देते हैं.

ऐसा ही एक मामला गत दिवस सामने आया है, जिसमे छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव का, जहाँ पुलिस ने रोहिंग्या मुसलमानों के आठ सदस्यी एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है ,जो पूरे प्रदेश में घूम-घूम कर बर्तन बेचने के बहाने घरों की रेकी करता था। और फिर मौका मिलते ही चोरी की वारदात को अंजाम दे देता था.

इस गिरोह ने न केवल राजनांदगांव बल्कि आस पास के कई जिलों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है. पुलिस की शुरुआती पूछताछ में इस गिरोह के द्वारा अंजाम दी गई चोरी की दर्जन भर घटनाओं का पता चला है. रोहिंग्या मुसलमानों का यह गिरोह चोरियाँ तो छत्तीसगढ़ में करता था लेकिन चोरी के जेवरात व में अन्य सामग्री मध्यप्रदेश में बेचता था ताकि किसी को भी इनके चोर होने का शक न हो.

इसके अलावा पुलिस ने खुलासा किया है कि ये बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमान छत्तीसगढ़ में हिन्दू बन कर रहते थे. इन लोगों ने न केवल अपनी पहचान छुपाए रखी बल्कि फ़र्ज़ी तरीके से आधार कार्ड और पैन कार्ड भी बनवा रखा था. इतना ही नही इन बांगलादेशी रोहिंग्या घुसपैठियों ने अपनी नकली पहचान और आधार कार्ड दिखाकर विवाह तक कर लिया है. गौरतलब है कि, यह पहली घटना नही है जब रोहिंग्या मुसलमानों द्वारा देश में गैर क़ानूनी वारदातों को अंजाम दिया गया हो बल्कि ऐसी खबरें लगातार आती रहती हैं.

गत दिवस उत्तरप्रदेश एटीएस ने भी रोहिंग्या मुसलमानों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया था जोकि सोने की तस्करी करता था तथा हिन्दुस्तान में रह रहे रोहिंग्याओं को आर्थिक मदद के साथ साथ फ़र्ज़ी कागज़ों के आधार पर सीमा पार से घुसपैठ भी कराता था.


बस्तर में रोहिंग्या मुसलमानों की दस्तक से दहशत..दशहरे की भीड़ की आड़ लेकर एक से दूसरी जगह तक पहुंच रहे

जगदलपुर । बस्तर में दशहरे की भीड़ के बीच कुछ ऐसे संदिग्ध चेहरे भी नजर आ रहे हैं, जिनकी कद-काठी, पहनावा और बोली भाषा से लोग अनुमान लगा रहे हैं कि वे भारतीय मूल के लोग नहीं हो सकते. आशंका यह जाहिर की जा रही है कि ये सभी रोहिंग्या हैं, जो दशहरे की भीड़ की आड़ लेकर एक से दूसरे शहर और गांव तक पहुंच रहे हैं. हाल के दिनों में दंतेश्वरी मंदिर के आसपास भीख मांगते देखे गए कुछ लोगों को लेकर संदेह जाहिर किया जा रहा है.

बाहरियों का प्रवेश रोका जाये

नवरात्र के 9 दिन सुबह मंदिर दर्शन और शाम को दशहरा विधान देखने जाने वाले लोगों ने इस तरह का शक जाहिर करते हुए पुलिस और प्रशासन से यह अपेक्षा जाहिर की है कि वे ऐसे लोगों से दरयाफ्त करने के साथ ही उनके संवैधानिक दस्तावेजों की जांच करें ताकि यह स्पष्ट हो सके कि वे कौन हैं.

केंद्र सहित देश की सभी राज्य सरकारों ने भी सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं कि किन्हीं भी परिस्थितियों में बाहरी लोगों का प्रवेश रोका जाए. खासकर कोविड संक्रमणकाल के दौर में इस तरह की आवाजाही और घातक हो सकती है. इस लिहाज से भी शहर के लोगों ने इस विषय को लेकर चिंता जाहिर करते हुए तत्काल एक्शन लिए जाने की मांग की है..

भीतरी इलाकों में भी मॉनीटरिंग जरूरी

यह भी संदेह जाहिर किया जा रहा है कि दशहरा के विधान में • शामिल होने आए गांवों के लोगों की भीड़ के साथ कहीं ये लोग भी ऐसे गांवों तक न पहुंच जाएं, जहां आमतौर पर •आबादी का घनत्व कम है. यदि ऐसा होता है तो बाद में इनकी तलाश करने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी. अधिक समय गुजर जाने के बाद इनकी पड़ताल आसान नहीं

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