बाल साहित्य बच्चों मे भाषायी चेतना का विकास करता है – डॉ. सारस्वत : हिंदी साहित्य भारती प्रदेश इकाई का महती आयोजन
बाल साहित्य बच्चों मे भाषायी चेतना का विकास करता है – डॉ. सारस्वत : हिंदी साहित्य भारती प्रदेश इकाई का महती आयोजन
भुवन वर्मा बिलासपुर 1 अक्टूबर 2021
बिलासपुर । अखिल भारतीय बाल कवि गोष्ठी का आयोजन भारतीय भाषा मंच छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत 30 सितंबर को गुगल मीट मे अखिल भारतीय बाल कवि गोष्ठी के पटल पर अध्यक्षीय उदबोधन देते हुए डॉ आर पी. सारस्वत, सहारनपुर ने कहा कि आज जब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का बोलबाला है, बच्चों के हाथ में मोबाइल है, सामने टीवी का बड़ा स्क्रीन है ,ऐसे समय में बच्चों के हाथ में बाल साहित्य सौपना और उन्हें एक श्रेष्ठ नागरिक बनने की शिक्षा देना बाल साहित्यकारों के लिए चुनौती भरा कार्य है. बाल साहित्यकार जो लिख रहे हैं , उसमें ज्ञान, विज्ञान, इतिहास, भूगोल के साथ-साथ बच्चों को आकर्षित करने वाली सामग्री भी है. बाल साहित्य का उद्देश्य केवल बच्चों को उपदेश देना नहीं है बल्कि उनमें भाषाई चेतना पैदा करना तथा उनका मनोरंजन करना भी है. आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है कि इसमें क्या है? बच्चे स्वयं अपने मतलब की सामग्री खोज निकालते हैं
इस अखिल भारतीय बाल कवि गोष्ठी का आयोजन गूगल मीट पर किया गया. इस कवि गोष्ठी में विशेष आमंत्रित बाल साहित्यकार
श्री त्रिलोक सिंह ठकुरेला, वरिष्ठ बालसाहित्यकार, आबू रोड़, राजस्थान, श्री संतोष कुमार सिंह, वरिष्ठ बाल साहित्यकार, मथुरा, उत्तर प्रदेश , डॉ माणिक विश्वकर्मा, कोरबा, वरिष्ठ साहित्यकार छत्तीसगढ़ ने काव्य पाठ कर श्रोताओं को आल्हादित किया. इस आयोजन में आमंत्रित बाल कवि श्री हरीश सेठी ‘झिलमिल’, हिमाचल प्रदेश, श्री विनय शरण सिंह, खैरागढ़, डॉ. इकबाल खान ‘तन्हा’ मोहला, डॉ दीक्षा चौबे, दुर्ग, श्री हेमंत कुमार ‘अगम’, श्रीमती द्रोपति द्रोपदी साहू, ‘सरसिज’ महासमुंद, श्री गिरधारी लाल चौहान, जांजगीर चांपा श्री कमलेश प्रसाद शरमाबाबू, कटंगी-गंडई श्रीमती योगेश्वरी साहू, बलौदाबाजार, श्री द्रोण कुमार सार्वा, गुंडरदेही, श्रीमती जागृति सार्वा ‘श्रद्वा’ श्रीमती रविबाला ठाकुर,स./लोहारा, कबीरधाम, कन्हैया साहू ‘अमित’ भाठापारा ने हिस्सा लिया.
भारतीय भाषा मंच छत्तीसगढ़ के प्रांतीय संयोजक
बलदाऊ राम साहू ने अपने संबोधन में कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य बाल साहित्य लेखन को प्रोत्साहित करना, छत्तीसगढ़ में बाल साहित्यकारों की जो नई पीढ़ी तैयार हो रही है उनका मार्गदर्शन करना और उन्हें मंच उपलब्ध कराना है. कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ सुनीता मिश्र महामंत्री हिंदी साहित्य भारती, छत्तीसगढ़, तथा आभार प्रदर्शन श्री सीताराम साहू ‘श्याम’ उपाध्यक्ष हिंदी साहित्य भारती, छत्तीसगढ़ ने किया.