नैक रैंकिंग आज की आवश्यकता -कुलपति डॉ एडीएन बाजपेयी :अटल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में विद्वानों दिए सुझाव
नैक रैंकिंग आज की आवश्यकता -कुलपति डॉ एडीएन बाजपेयी :अटल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में विद्वानों दिए सुझाव
भुवन वर्मा बिलासपुर 28 जुलाई 2021
बिलासपुर । कार्यक्रम की शुरुआत डॉ विवेक वाजपेयी ने स्व रोहिणी कुमार बाजपेयी के योगदान एवं परिचय सभी सम्मान जनों को दिया तथा अपने अनुभवों को साझा किया। राजीव शुक्ला जी जो कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी है। आज भारत देश विश्व के सबसे धनी क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में आता है आईपीएल विश्व की मानी हुई ली है एक राजनीति के तौर पर खेल प्रशासक के तौर पर और किसी भी कार्य को संकट मोचन की तरह करने वाले शुक्ला जी ने अपने उद्बोधन में स्वर्गीय रोहिणी कुमार बाजपेई के बारे में बताते हुए कहा कि वह शानदार व्यक्तित्व के मालिक थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के साथ-साथ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी उनका गहरा दखल था तथा वह मध्यप्रदेश में कांग्रेस के शासन में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों को अपने अनुभव और कार्यकुशलता बुद्धिमता से नाम रोशन किया वहीं उन्होंने इतिहास में भी उनकी गहरी रुचि की जानकारी दी वहीं उन्होंने पुरातत्व के द्वारा भारत को पुरातत्व के तौर पर विश्व का खजाना कहा। जहां पर असीम संभावनाएं पुरातत्व महत्व के अनुसार है उन्होंने कंबोडिया के मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां शिव की मूर्ति को उड़ीसा के राजा ने वहां भेंट की थी और वह विश्व धरोहर के रूप में आज सम्मिलित भारत में भी विश्व धरोहर में अनेकों अनेक पुरातत्व महत्व के तौर पर प्राचीन भारत की ऐतिहासिक चीजें हैं । जिन को सहेजने और सवारने की आवश्यकता है उन्होंने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में अपने पीएचडी अवार्ड के लिए एडीएन वाजपेई को धन्यवाद दिया। वही अपने राहुल कुमार ने अभ्यागत भाषण में स्वर्गीय रोहिणी कुमार बाजपेई को राजनीति में गहरी समझ के साथ-साथ पुरातत्व के और भी उनके ज्ञान उनकी समझ।
प्रो एडीएन वाजपेई कुलपति अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय इन् व्याख्यानमाला का आयोजन छत्तीसगढ़ के माटी के सपूत जो कि बिलासपुर से जुड़े हुए हैं एवं उनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम और बिलासपुर क्षेत्र को विकास करने मे रहा। संस्था में स्वामित्व समाज का होना चाहिए तभी समाज और संस्था दोनों का सर्वांगीण विकास होता है।
श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, संसदीय सचिव विधायक तखतपुर नए विश्वविद्यालय के नेपाल को नए पहल को सराहा और स्वर्गीय रोहाणी कुमार प्रसाद बाजपेयी के योगदान और समाज के प्रति समर्पित भाव को उजागर किया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर सुधीर शर्मा कुलसचिव तथा कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर सौमित्र तिवारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं, बाजपेई परिवार एवं तखतपुर और बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के सम्माननीय गण उपस्थित रहे।
NAAC Workshop
कार्यशाला के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में डॉ.फादर जी. वजहान अरासु, संत ऐलोसीएस महाविद्यालय जबलपुर, मध्य प्रदेश ने नैक के क्राइटेरिया क्रमांक 3 जिसका विषय “शोध एवं नवाचार” है की बिंदुवार जानकारी प्रदान की और नैक के इस क्राइटेरिया के संबंध में डाटा को किस तरीके से संधारित करें तथा किस प्रकार की डाटा की आवश्यकता होगी उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की ताकि इस क्राइटेरिया के अंतर्गत अधिक से अधिक अंक अर्जित किया जा सके|
शोध एवं नवाचार नैक हेतु एक महत्वपूर्ण क्राइटेरिया है जिसमें शिक्षक के द्वारा प्रकाशित शोध पत्र, शोध परियोजना, परामर्श परियोजना, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण, पेटेंट इत्यादि शामिल है|
डॉक्टर अरासु ने इन समस्त बिंदुओं पर मात्रात्मक तथा गुणात्मक मैट्रिक को विस्तार पूर्वक बताया|
द्वितीय तकनीकी सत्र में डॉ. रमेश सालियन टुमकुर यूनिवर्सिटी, कर्नाटका ने संस्थान की अधोसंरचना तथा अध्ययन अध्यापन से संबंधित अधोसंरचना के संबंध में बिंदुवार जानकारी प्रदान करते हुए प्रतिभागियों के शंकाओं का समाधान भी किया|
द्वितीय दिवस के तृतीय तथा अंतिम तकनीकी सत्र के संबंध में बोलते हुए प्रोफ़ेसर पी.के. अह्लुवालिया फार्मर प्रोफेसर फिजिक्स डिपार्टमेंट हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की|
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. एच.एस. होता एवं डॉ सुमोना भट्टाचार्य ने किया | कार्यशाला में विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय के आंतरिक मूल्यांकन प्रकोष्ठ प्रभारी, प्राचार्य एवं शिक्षकों ने भाग लिया|