अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पदोन्नति के लिए भटक रहा दर-दर.. क्या खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार से बढ़ेगा उनका मनोबल : सोशल मीडिया में वायरल सन्देश बना चर्चा का विषय..

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अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पदोन्नति के लिए भटक रहा दर-दर.. क्या खिलाड़ियों के साथ ऐसा व्यवहार से बढ़ेगा उनका मनोबल.. सोशल मीडिया में वायरल सन्देश बना चर्चा का विषय..

भुवन वर्मा बिलासपुर 29जून 2021

बिलासपुर । खेल को दो समुदाय दो दिलों और दो समाजों के बीच समन्वय का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है और खिलाड़ी किसी भी देश या राज्य का गौरव माना जाता है इसलिए तो दुनिया भर में खिलाड़ियों का सम्मान हर जगह किया जाता है लेकिन जब एक खिलाड़ी अपनी पूरी मेहनत लगन और जज्बे के साथ देश और समाज के लिए गौरव स्थापित करने के बाद भी खुद को भटकता हुआ पाता है तब उसका मनोबल पूरी तरह टूटता है और उस तरह के खिलाड़ियों के आगे बढ़ने का सपना भी लगातार टूटता जाता है छत्तीसगढ़ का नाम देश और दुनिया में रोशन करने वाले एक चैंपियन खिलाड़ी के साथ इस समय यही हो रहा है.. वॉलीबॉल के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दीपेश कुमार सिन्हा इन दिनों पुलिस विभाग पर प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है.. दीपेश गुंडाधुर सम्मान से अलंकृत छत्तीसगढ़ प्रदेश के होनहार व प्रतिभावान वॉलीबॉल खिलाड़ी है.. वर्ष 2010 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का प्रदर्शन करके प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रहे हैं.. दीपेश सिन्हा को वर्ष 2012 में ईरान पर आयोजित प्रतिस्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ एशियन वॉलीबॉल खिलाड़ी का खिताब जीतने का गौरव प्राप्त है.. और वर्ष 2018-19 में आयोजित 18 वा एशियन टूर्नामेंट (एशियाड) जो 18 अगस्त से 2 सितंबर 2018 तक जकार्ता इंडोनेशिया में हुआ है उसमें भी इनकी भागीदारी रही है.. यही नहीं ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ी को राज्य सरकार के द्वारा राज्य उत्सव 2019 के उपलक्ष पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रशस्ति पत्र व स्मारक देकर सम्मान किया है..

लेकिन बड़ी विडंबना की बात है कि ऐसे होनहार खिलाड़ी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल कर प्रदेश और देश का नाम रोशन करते हैं.. पर उन्हें राज्य शासन से उपकृत कर उनका मनोबल नहीं बढ़ाया जाता है.. क्योंकि खेल के जानकारों का कहना है कि अगर कोई खिलाड़ी गुंडाधुर स्तर पर खेल पर खेलता है तो उसे उसके विभाग में पदोन्नति देकर उसका मान सम्मान व हौसला बढ़ाया जाता है..

लेकिन दीपेश कुमार सिन्हा को अब तक किसी प्रकार की पदोन्नति प्राप्त नहीं हुई है.. वह आज भी प्रदेश में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ है.. लेकिन यह भी बताया जाता है कि कम पदक जीतने वाले खिलाड़ी आज पुलिस विभाग पर डीएसपी के पद पर पदस्थ हैं.. दीपेश लगातार पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ है इसे लेकर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की थी लेकिन लगातार आश्वासन के बावजूद भी आज तक दीपेश के पदोन्नति के लिए किसी प्रकार की भी कार्रवाई नहीं की गई..

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