भारतीय मूल के डा० विवेक अमेरिका के सर्जन जनरल नियुक्त
भारतीय मूल के डा० विवेक अमेरिका के सर्जन जनरल नियुक्त
भुवन वर्मा बिलासपुर 25 मार्च 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
वाशिंगटन – अमेरिका में इन दिनों लगातार भारतीय मूल के लोगों का डंका बज रहा है। अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं तो राष्ट्रपति जो बिडेन प्रशासन में 30 से ज्यादा बड़े पदों पर भारतीय मूल के लोगों की नियुक्ति की गई है। इसकी अगली कड़ी में इस बार चिकित्सा क्षेत्र में भी भारतीय मूल के डाक्टर विवेक मूर्ति (43 वर्षीय) ने अपना परचम लहराया है। विवेक मूर्ति को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सर्जन जनरल के पद पर नियुक्त किया गया है , उनकी नियुक्ति को सीनेट ने मंजूरी दे दी है। वे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के बेहद करीबी माने जाते हैं और इससे पहले विवेक मूर्ति जो बाइडेन के कोरोना वायरस सलाहकार बोर्ड के सह-अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं।
अमेरिकी सर्जन जनरल के रूप में डॉ० मूर्ति कोरोना वायरस महामारी पर राष्ट्रपति बाइडन को सलाह देंगे और सार्वजनिक स्वास्थ्य के मामले में संघीय सरकार के सबसे बड़े अधिकारी होंगे। कोरोना वायरस ने विवेक मूर्ति के परिवार के भी कुछ लोगों को अपना शिकार बनाया है, लिहाजा वो कोरोना वायरस की गंभीरता को बहुत अच्छे से समझते हैं। उन्होंने अमेरिकी सीनेटर्स के सामने कहा कि वो अमेरिका के आम लोगों को कोरोना वायरस की गंभीरता समझाना चाहेंगे और विज्ञान के आधार पर लोगों की रक्षा करना चाहेंगे।
हालांकि, उन्होंने ये भी माना कि उनके सामने अमेरिकी लोगों को मास्क पहनाना बड़ी चुनौती होगी। वे ऐसे समय में अमेरिका की राष्ट्रपति के जनरल सर्जन पद पर नियुक्त किये गये हैं जब पूरा अमेरिका कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहा है। बता दें विवेक मूर्ति , राष्ट्रपति जो बिडेन के सर्जन जनरल नियुक्त होने से पहले पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन में भी काम कर चुके हैं। ओबामा प्रशासन में भी उन्होंने 19 वें सर्जन जनरल के तौर पर ही काम किया था। उस समय मूर्ति 37 साल की आयु में उस पद पर आसीन होने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा था।
सीनेटर्स का जताया आभार
राष्ट्रपति जो बिडेन का सर्जन जनरल नियुक्त होने के बाद डा० विवेक मूर्ति ने सीनेटर्स के सामने आभार जताते हुये कहा कि सर्जन जनरल के तौर पर फिर से अमेरिकी लोगों की सेवा करने का मौका उन्हें मिल रहा है , लिहाजा वो इस बात के लिये सीनेटर्स का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से अमेरिका कोविड-19 की वजह से काफी मुश्किल हालातों से जूझ रहा है और वो चाहेंगे कि अमेरिका को इस संकट से निकालकर आने वाली पीढ़ी के लिये एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकें।