विजय सिन्हा बने बिहार विधानसभा स्पीकर
विजय सिन्हा बने बिहार विधानसभा स्पीकर
भुवन वर्मा बिलासपुर 27 नवम्बर 2020
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
पटना – बिहार में विधानसभा अध्यक्ष पद के लिये चुनाव के बीच भारी हंगामे के साथ साथ कांटे की टक्कर देखने को मिली। आखिरकार एनडीए उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिये गये। लम्बे अर्से बाद ऐसा हुआ जब बिहार में भारतीय जनता पार्टी से कोई स्पीकर बना है। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पर निर्विचित होने वाले विजय सिन्हा पहले भाजपा विधायक हैं , उन्होंने राजद के विधायक अवध बिहारी सिंह को पटखनी देकर यह खिताब अपने नाम किया है। बिहार में ऐसा पांँच दशक के बाद हुआ है, जब स्पीकर पद के लिये चुनाव हुआ हो।बिहार विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा चौथी बार लखीसराय से जीत कर विधानसभा पहुंँचे हैं। विधानसभा अध्यक्ष के लिये हुये मतदान में एनडीए उम्मीद्वार विजय सिन्हा को 126 मत मिले जबकि महागठबंधन के सीवान के विधायक अवध बिहारी चौधरी को 114 मत मिले। विजय कुमार सिन्हा विधानसभा के नये अध्यक्ष होंगे इसकी घोषणा प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी ने की। इससे पहले महागठबंधन के विधायकों की ओर से चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किये गये और गुप्त मतदान की अपील की गई हालांकि, उनकी अपील को ठुकरा दिया गया। फिर तेजस्वी ने मांँग की थी कि जो विधानसभा के सदस्य नहीं हैं, उन्हें मतदान के वक्त मौजूद नहीं रहना चाहिये। राजद का कहना है कि नीतीश सदन का हिस्सा नहीं हैं , इस कारण मतदान के दौरान नहीं रह सकते हैं। हालांकि प्रोटेम स्पीकर इसे नियम के मुताबिक बताते हुये कहा कि ये मुख्यमंत्री हैं, सदन में उपस्थित रह सकते हैं, लेकिन मतदान में शामिल नहीं होंगे।
नये स्पीकर का संक्षिप्त परिचय
05 जून 1967 को जन्मे विजय कुमार सिन्हा के पिता स्व. शारदा रमण सिंह पटना के बाढ़ स्थित बेढ़ना के हाई स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक थे। उनकी मांँ का नाम स्व. सुरमा देवी है , इनका पैत्रिक निवास मोकामा के बादपुर में रहा है। वर्ष 1986 में सुशीला सिन्हा से इनकी शादी हुई। मार्च 2005 में वे पहली बार विधायक निर्वाचित हुये लेकिन अक्टूबर 2005 के चुनाव में 80 मतों से हार गये। वर्ष 2010 में फिर जीत हासिल हुई। 2015 के बाद 2020 में भी वे लखीसराय से चुनाव जीते। वर्ष 2017 में उन्हें एनडीए सरकार में श्रम संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया , वे बतौर मंत्री बेगूसराय के प्रभारी मंत्री भी रहे हैं।विजय कुमार सिन्हा वर्ष 1980 में बाढ़ नगर में भाजपा से जुड़े और 1992 में पटना महानगर भाजपा के अधीन लोकनायक मंडल के अध्यक्ष बने। वर्ष 2002 में भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव, 2004 में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तो साल 2013 व 2015 में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सहित कई अहम सांगठनिक पदों पर रहे।
अध्यक्ष की पद निष्पक्ष होती है – नीतीश कुमार
स्पीकर चुने जाने पर सीएम नीतीश कुमार , उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने उन्हें बधाई दी।सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नवनिर्विचित अध्यक्ष महोदय को अध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिये बधाई देता हूंँ, साथ ही सभी माननीय सदस्यों को विषेष रूप से बधाई देता हूँ। सीएम नीतीश ने कहा कि अध्यक्ष की भूमिका निष्पक्ष होती है। ऐसे में आपको सत्ता पक्ष और विपक्ष सभी की बातों को सुनकर और जो भी नियम है उनके मुताबिक कार्यों का संचालन करना है। आपके पास अनुभव है और मंत्री भी रहे हैं। ऐसे में हम सबको पूरी उम्मीद है कि एक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में आप अपनी भूमिका को बहुत ही बेहतरीन ढंग से निभायेंगे , यही हम सब लोगों की अपेक्षा है।
बिहार की गरिमा वापस लानी है – विजय सिन्हा
विधानसभा अध्यक्ष बनने पर विजय सिन्हा ने कहा जिन्होने ये पूरी संवैधानिक व्यवस्था बनायी उनका धन्यवाद। मैने सदन काल के दौरान जीवन में बहुत कुछ सीखा है , छोटी छोटी बातों को तूल ना दें और राज्य की गम्भीर समस्याओं पर सभी सदस्य ध्यान दें। हमें एक दुसरे की बातों को सुनना है और इस कोरोना काल में नये सकारत्मक भाव से आगे बढ़ना है , बिहार की गरिमा वापस लानी है। मैं सभी सदस्यों को साथ लेकर चलने की कोशिश करूंँगा , आपकी अपेक्षा पूरी करूंगा। मैं माननीय सदस्यों से अनुरोध करूंँगा कि समितियों को पारदर्शी रखें ,आप सभी ने विश्वास मुझमे व्यक्त किया उसके लिये पुन: धन्यवाद।