किसानों के उपर लगातार हो रहें अत्याचारों के खिलाफ क्रान्ति सेना का एक दिवसीय जबर गोहार आंदोलन कल बुढ़ा तालाब में
किसानों के उपर लगातार हो रहें अत्याचारों के खिलाफ क्रान्ति सेना का एक दिवसीय जबर गोहार आंदोलन कल बुढ़ा तालाब में
भुवन वर्मा बिलासपुर 2 नवम्बर 2020
रायपुर : राज्य के मूल छत्तीसगढ़िया किसान आज सभी तरफ से परेशान और हलाकान है, एक तरफ शासन किसानों के लिए योजनाएं ला रही है तो दूसरी तरफ किसान आत्महत्या कर रहे हैं। नकली बीज, खाद्य, किटनाशक व अन्य कृषि सामाग्री से किसानों को भारी नुक़सान का सामना करना पड़ रहा है, परिणामस्वरूप मजबूरन आत्मघाती कदम उठाने मजबूर हो गए हैं। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना किसान भाईयों की हर समस्याओं को शासन प्रशासन के सामने दमदारी से लाकर विरोध करतीं हैं। सेना लगातार इन बाहरी कृषि दुकानदार के खिलाफ आवाज उठाते आ रही है, किसानों के उपर हों रहे अत्याचार के खिलाफ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना एक दिवसीय जबर गोहार आंदोलन करने जा रही है। मंगलवार 3 नवंबर सुबह 10 बजे से रायपुर के बुढ़ा तालाब में आयोजित हैं।
प्रदेश संयोजक गिरधर साहू ने बताया किसानों के पक्ष में क्रान्ति सेना विभिन्न मांगों को प्रशासन के सामने दमदारी से रखेगी वे मुद्दे निम्न हैं – वर्ष 2020 में आत्महत्या करने वाले किसानों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा तत्काल दिया जाए। नक़ली दवाई (जैविक खाद के नाम पर केमिकल) बेचने वाले गैर छत्तीसगढ़िया कृषि व्यापारी उद्योगपति के खिलाफ तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेजा जाए। कृषि विशेषज्ञ व छत्तीसगढ़िया किसानों का संयुक्त जांच आयोग का गठन कर नक़ली दवाई खाद्य बीज बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई किया जाए। केन्द्र सरकार द्वारा कृषि बिल जिसमें किसानों के धान व्यापारी द्वारा जमाखोरी समर्थन काला कानून को वापस लिया जाए। समर्थन मूल्य के गारंटी हो व कारपोरेट खेती को बंद किया जाय। इन सभी मुद्दों को लेकर कल जबर आंदोलन किया जाएगा, प्रदेश के सभी किसान समय पर उपस्थित हो व ध्यान रखें आते समय अपने साथ नकली किटनाशक (जैविक के नाम पर केमिकल) के पैकेट अपने अपने क्षेत्र के दवा निर्माता सप्लायर बाहरी दुकानदार का जानकारी साथ में लावे।