सरकारी स्वस्थ अमला व नौकरशाही अपनी ढपली अपना राग अलापने के साथ आपदा में अवसर तलाशते मस्त : कोरोना से छत्तीसगढ़ पस्त
सरकारी स्वस्थ अमला व नौकरशाही अपनी ढपली अपना राग अलापने के साथ आपदा में अवसर तलाशते मस्त : कोरोना से छत्तीसगढ़ पस्त
भुवन वर्मा बिलासपुर 11 सितंबर 2020
रायपुर / बिलासपुर । छत्तीसगढ़ आज भारत में कोविड बीमारी में प्रतिदिन के हिसाब से प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है। सही इलाज के लिए परिजन अपनों संक्रमित को लेकर से अस्पताल अस्पताल घूम रहे हैं ।
सरकारी स्वस्थ अमला व नौकरशाही अपनी ढपली अपना राग अलापने मस्त है,,,।
कागज में आंकड़े जो हैं उससे सामान्य बताए जाते हैं । जबकि ग्राउंड में स्थिति भयावह है । कम्युनिटी स्प्रेड जोरों पर चल रही है ।
वही राजधानी सहित छत्तीसगढ़ में कोविड पेसेंट आज राज्य सरकार के स्वस्थ विभाग ने जो व्यवस्था बनाई है उससे जांच कराने वाले कोविड लक्षण वाले को 2 – 3 दिन चक्कर लगाने के बाद उनकी जांच होती है , और 7 दिन में रिपोर्ट आता है।
तब तक संक्रमित नगर में घूम-घूमकर कोविड बांटता रहता है।
जांच के बाद रिपोर्ट आने तक कोविड पेसेंट को अलग-अलग करने की व्यवस्था सरकार ने नहीं कर पाई है। यह महामारी कुछ लोगों का सब कुछ बर्बाद कर रही है घर परिवार सम्पत्ति। वहीं प्राइवेट अस्पतालों के आपदा को अवसर में बदलने व जोर दार कमाई का जरिया बन गया है। आश्चर्य का विषय है राज्य सरकार अपने लोगों को महामारी में कुछ ठग डॉक्टरों के भरोसे लुटवाने के लिए छोड़ दी है ।
आज स्वस्थ विभाग व सरकार के सामने एक ही प्रश्न है सभी हास्पिटल कोविड काल में राजसात कर लिए जाएँ और सभी का उपचार नि:शुल्क हो। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार को गंभीरता से इस पर निर्णय करनी चाहिये ।रायपर के राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी छसपा, छत्तीसगढ़ बेरोजगार संघ छबेस, किसान मोर्चा के प्रदेश नेता अनिल दुबे ने कहा उक्क्त बातें कही ।