एम्स के डॉक्टरों का मानना है : अगस्त-सितंबर माह में अपनी बुलंदी पर होगा कोरोना सूचकांक
भुवन वर्मा बिलासपुर 30 जुलाई 2020
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले एक माह के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार बेहद तेजी के साथ हुआ है। हालात यह हैं कि यहां संक्रमित मरीजों की संख्या अब आठ हजार के करीब पहुंचने जा रही है। रोजाना राज्य में सैकड़ों नए केस सामने आ रहे हैं और लोगों को इस बात की चिंता है कि आखिर यह वायरस संक्रमण खत्म कब होगा। इन सब हालात के बीच रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के प्रमुख डॉक्टर नितिन एम नागरकर का ताजा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिलहाल संक्रमण के हालात और मौजूदा संकेतों को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि आने अगले दो माह राज्य में कोरोना संक्रमण अपने चरम पर होगा। यानी इस दौरान लोगों को पूरी तरह से सचेत रहना होगा और सावधानी के साथ जिंदगी जीना होगा।
बता दें कि राज्य में विगत 18 मार्च को राजधानी रायपुर में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद तीन माह तक हालात थोड़े काबू में रहे। इस दौरान मरीजों की संख्या कम थी और रोजाना संक्रमित होकर अस्पताल तक आने वाले मरीजों की संख्या का आंकड़ा दहाई तक ही सीमित था, लेकिन पिछले एक माह के दौरान आंकड़ों में तेजी आई और अब रोजना सैकड़ों मरीज इस बीमारी से संक्रमित होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। राज्य में अब तक 45 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है। अभी 2646 मरीज राज्य के विभिन्न कोविड विशेष अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं।
डॉ नागरकर ने कहा कि अभी मरीजों के जो आंकड़े मिल रहे हैं उससे यह संकेत स्पष्ट रूप से सामने आ रहा है कि आने वाले दो महीने राज्य में इस संक्रमण के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण होने वाले हैं और इसके लिए हम सब को अभी से तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में लोगों को शारीरिक दूरी और स्वच्छता के नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा और सरकार को क्वारंटाइन सेंटरों की व्यवस्था पर भी ध्यान देना होगा। संक्रमण से बचने का सिर्फ एक ही रास्ता है कि हम अपने आप को अधिक सतर्क होकर संक्रमण से सुरक्षित रखें।