भुइयां के जुड़े मन ला भुइयां सम्मान

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 भुवन वर्मा, प्रबंध सम्पादक*अस्मिता और स्वाभिमान* पत्रिका परिवार छत्तीसगढ़ 9827124304

Bhilai: वीणा शेन्द्रे जी एक ऐसा नाम है जिन्होंने ट्रांस ब्यूटी क्वीन मिस इंडिया 2018 का खिताब जीत कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। एक ऐसा व्यक्तित्व जिन्होनें बचपन से लेकर अभी तक लोगों के तानें व दंश झेल रही है।फिर भी वो अडिग है अपने कामों में,वो कहती है हम भी डाक्टर इंजीनियर बन सकते है अगर घर परिवार, समाज हमें भी अपनाए तो।अपनी कम्यूनिटी के लिए व महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत कुछ करने की चाह रखने वाली वीणा शेन्द्रे जी को सम्मानित करने की सोच युवा कूर्मि मित्र मंडल के नेक इरादों को जाहिर करता है।यह कार्यक्रम अनवरत 15 वर्षो से लगातार से चलते आ रहा है जिसमें प्रदेश के नामी कलाकार देवदास बंजारे, पद्मश्री पूनाराम निषाद, मुरली चंद्राकर, सफरी  मरकाम, किस्मत बाई देवार , भैयालाल हेडाऊ, बैतल राम साहू, चेतनलाल देवांगन, कविता वासनिक, कुलेश्वर ताम्रकार, रजनी रजक, मनु नायक, ऋतु वर्मा,डॉ पीसी लाल यादव, रमा दत्त जोशी, सुनील सोनी जैसे लगभग 96 कलाकार भुइयां सम्मान से सम्मानित हो चुके है।
स्वाधीनता दिवस की संध्या बेला में प्रदेश में  ही नहीं वरन राष्ट्रीय स्तर पर भी अपने गायन शैली का लोहा मनवाया है ऐसा एक नाम है,रेखा जलक्षत्री जी,जिन्होंने विदेशों में भी अपनी प्रस्तुति देकर छत्तीसगढ़ का मान बढाया है। भरथरी गायन और लोकगीत गायिकी में जलक्षत्री जी के आवाज का जादू श्रोताओं के ह्दय में मधुरस घोलती है। 
बांसुरी वादन के क्षेत्र में हीरालाल ठाकुर जी जिन्होंने अनेको कार्यक्रम में अपनी बांसुरी के धुन में लोगों को गुदगुदाया है और अनेको सम्मान अर्जित कर लोक कला के क्षेत्र में नाम कमाया है।
#तेजराम_साहू जी भिलाई के सुलझे हुए रंगमंच कलाकार, अभिनेता, हास्य अभिनेता राष्ट्रीय स्तर पर अनेको नाटक का मंचन और छत्तीसगढ़ी फिल्मों व हिंदी फिल्मों में भी अपने अभिनय का जादू बिखराया है।लोकगायिकी में विजय लक्ष्मी वर्मा जी अहिवारा से जिन्होंने लोकगीत को एक अलग मुकाम तक पहुंचाने के लिए अभी भी मेहनत कर रही है, उसके जज्बे और हौसला को नमन करते हुए भुइयां सम्मान में सम्मानित होने वाली विजय लक्ष्मी कहती है कि लोकगीत मोर जीवन के आधार ये, जब तक सांस चलही तब तक गाहूं।।इस कार्यक्रम के अतिथि हमेशा छत्तीसगढ के लोककला वह संस्कृति को जीवंत करने वाले माटी पुत्र, व हमारे पुरोधा ही रहे है । इस आयोजन मे,2015 में स्वः खुमान साव जी, 2016 में श्री रामह्दय तिवारी जी , 2017 में स्व.लक्ष्मण मस्तुरिया जी,2018 में श्रीें रामेश्वर वैष्णव जी और अभी 2019 में सतीश जैन जी है जिन्होंने छईयां भुइयां, झन भूलव मां बाप ल, टूरा रिक्शावाला, हंस झन पगली फंस जबे, और अनेको हिन्दी फिल्मों का स्टोरी लिखा है।भोजपुरी फिल्मों में भी निरहुआ रिक्शावाला ने काफी नाम कमाया है।आप सभी भुइयां सम्मान के कार्यक्रम में सादर स्वाधीनता दिवस की संध्या बेला में कूर्मि भवन सेक्टर 7 भिलाई में आमंत्रित है।

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