कृषि विद्यार्थियों ने रावे कार्यक्रम के तहत लोफन्दी व कछार ग्राम में की ग्रामीण कार्ययोजना की शुरुआत

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बिलासपुर – बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, बिलासपुर के बी.एस.सी. (कृषि) ऑनर्स चतुर्थ वर्ष प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थी रावे (ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) कार्यक्रम के अंतर्गत बिल्हा विकासखंड के लोफन्दी एवं कछार ग्राम पहुंचे। चार वर्षीय कृषि स्नातक कार्यक्रम के अंतिम वर्ष में विद्यार्थी अर्जित सैद्धांतिक ज्ञान को प्रायोगिक धरातल पर सीखते हैं। इसी क्रम में रावे समन्वयक डॉ. राजेश कुमार साहू, प्राध्यापक के नेतृत्व में पहुंचे ये विद्यार्थी आगामी तीन माह तक कृषकों के साथ रहकर कार्य करेंगे।

इस अवधि में वे किसानों को कृषि की उन्नत तकनीकों का प्रदर्शन, प्रशिक्षण एवं समूह चर्चा के माध्यम से अवगत कराएंगे। साथ ही कृषि सूचना केंद्र की स्थापना कर किसानों को नवीनतम कृषि जानकारी भी उपलब्ध कराएंगे।

रावे कार्यक्रम के तहत कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर के कुल 97 छात्र-छात्राएं तीन माह तक ग्रामीण क्षेत्रों में रहकर किसानों के साथ सतत संपर्क बनाए रखेंगे, जिससे उन्हें वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी के साथ-साथ किसानों के परंपरागत ज्ञान को भी सीखने का अवसर मिलेगा। यह कार्यक्रम अधिष्ठाता डॉ. एन. के. चौरे के कुशल मार्गदर्शन एवं रावे समन्वयक डॉ. राजेश कुमार साहू के नेतृत्व में संचालित किया जा रहा है।

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