वन्दे मातरम् मित्र मंडल में कोई सेवा निवृत्त नहीं होता, सेवा निवृत्त लोगों का इससे अच्छा संगठन नहीं देखा – धरम कौशिक

4
73563d6a-fd8c-46bf-a9af-9eb5f4b57872

बिलासपुर । वन्देमातरम् मित्र मण्डल की 194 वीं बैठक यदुनन्दन नगर के सामुदायिक भवन में आयोजित की गयी।परम्परानुसार निर्धारित 4:59 बजे शंखध्वनि से आरम्भ होकर सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ, संघ गीत संगठन गढ़े चलो, सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमें देश का वो काम सब किए चलो जय प्रकाश लाल द्वारा प्रस्तुत किया जिसे सभी ने दोहराया।क्षेत्रीय विधायक धरम लाल कौशिक ,आमंत्रित चिकित्सक डा0 बी .आर .होतचन्दानी, सीमा संजय सिंह पार्षद , एस एन तिवारी, महेन्द्र जैन मंच पर उपस्थित रहे।

क्षेत्रीय विधायक धरम लाल कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि सामाजिक कार्य व जनहित के कार्य की कोई सीमा नहीं होती न ही कोई उम्र होती है,न ही थकता है ,अनवरत चलने वाले पुनीत कार्य के लिये कोई रिटायर्ड नहीं होता, अपितु रिटायर्मेंट के पश्चात और ही क्षमता में वृद्धि होती है।मैं जब भी वन्देमातरम् मित्र मण्डल के कार्यक्रम में उपस्थित हुआ हूं।कार्यक्रम के प्रान्ताध्यक्ष महेंद्र जैन को पूर्व से अधिक उर्जा में पाया हूं और ये उर्जा सामाजिक सद्भाव, नि:स्वार्थ सेवा व समरसता के साथ सबको लेकर चलने का ही प्रतिफल है।

मित्र मंडल में कोई सेवा निवृत्त नहीं होता, देख रहा हूं अनेक लोग अंतिम समय तक मित्र मंडल के साथ सामाजिक कार्य में लगे हुए हैं एवं जो कार्य नौजवान भी नहीं कर पा रहे हैं अच्छे साधन संपन्न लोग नहीं कर पा रहे हैं अच्छे अच्छे संगठन नहीं कर पा रहे हैं,वन्दे मातरम् मित्र मंडल वह पुनीत कार्यों को अंजाम देकर समाज में एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है मात्र साढ़े तीन वर्ष के अल्प समय में बिलासपुर में चार शाखाएं संचालित करना राजधानी रायपुर में भी प्रारंभ कर देना किसी चमत्कार से कम नहीं।अनेक विपरीत परिस्थितियों में मौसम की प्रतिकूलता के बाद भी ठीक समय 4.59 पर प्रति सप्ताह सैकड़ों लोगों को निस्वार्थ भाव से एकत्रित कर लेना ऐसा दूसरा उदाहरण देखने को नहीं मिलता।

वरिष्ठ चिकित्सक मेडिकल विशेषज्ञ डाक्टर बी .आर. होतचन्दानी ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहनें के लिए अपने उद्बोधन में कबीर दास जी के दोहे से आरम्भ करते हुये कहा कि

दुःख में सुमिरन सब करै, सुख में करे न कोय।
जो सुख में सुमिरन करे तो दुःख काहे होय।।

अर्थात जब हम रोग से पीड़ित होते हैं, तभी अपने स्वास्थ्य के उपर ध्यान जाता है? हम समय रहते सजग हो जायें तब शायद हम कम ही प्रभावित होंगे। कुछ बीमारियां हमें प्रारम्भिक स्तर में पता नहीं चलती किन्तु शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव का अह्सास होता है, शरीर को संघर्ष करने का आभास होता है तब तक तीसरी,चौथी स्टेज तक पहुंच जाती है तब हमें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान जाता है। शरीर के लिये केवल इलाज ही नहीं अपितु अध्यात्म, सामाजिक, पारिवारिक दायित्वों का भी निर्वहन स्वस्थ जीवन के अच्छे लक्षण है।

अध्यक्षीय उद्बोधन में वन्देमातरम् मित्र मण्डल के प्रान्ताध्यक्ष महेन्द्र जैन ने पहलगाम मे निशस्त्र पर्यटकों की नृसन्स हत्या पर आक्रोश ब्यक्त करते हुये विधर्मियों ने जो घृणित कृत्य किये हैं वे किसी भी स्थिति में क्षम्य नहीं है।राज्य सरकार को धर्मान्तरण, लव जेहाद, खुले में मांस विक्रय, माननीय सर्वोच्च न्यायालय के मापदण्ड के ही अनुसार ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग के लिये दिये ज्ञापन का विस्तार से उल्लेख किया,एवं विधायक धरम लाल कौशिक द्वारा दिए गए सहयोग के प्रति उनका आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम का संचालन प्रफुल्ल मिश्र ने किया।संगठन गीत नरेन्द्र यादव तथा शपथ राजेश जायसवाल ने लिया। बैठक व्यवस्था संजय सिंह, भुनेश्वर रात्रे, रितेश अग्रवाल ने की।प्रसाद व्यवस्था खेत सिंह चौधरी ने की। अतिथियों एवं आयोजकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अन्त में पहलगाम में पर्यटकों के निधन पर दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया एवं शोक संतप्त परिवार जनों के प्रति संवेदना प्रकट की। आयोजक संजय सिंह ने आभार व्यक्त किया।

महेन्द्र जैन
प्रदेश अध्यक्ष
वन्दे मातरम् मित्र मंडल

About The Author

4 thoughts on "वन्दे मातरम् मित्र मंडल में कोई सेवा निवृत्त नहीं होता, सेवा निवृत्त लोगों का इससे अच्छा संगठन नहीं देखा – धरम कौशिक"

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *