बिलासपुर में हो सकती है बारिश…गिर सकती है बिजली: दिन में गर्मी और रात में सर्द मौसम, 15 अक्टूबर के बाद गुलाबी ठंड की दस्तक
बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आज हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते बरसे बरस सकते हैं। एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने और अंधड़ चलने की भी संभावना है। वहीं 15 अक्टूबर के बाद गुलाबी ठंड महसूस होगी। बिलासपुर में मौसम में बदलाव दिख रहा है। दिन में गर्मी और उमस के बीच अब रात में मौसम धीरे-धीरे सर्द होने लगा है। मंगलवार को दिन में बदली और बारिश की स्थिति बनी रही। हालांकि, बारिश नहीं हुई। लेकिन, वातावरण में नमी के चलते अधिकतम तापमान 32 डिग्री पर रहा।
तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी
जिले में अक्टूबर के शुरूआती दो दिनों में बारिश की स्थिति बनी। इस दौरान 26.8 मिलीमीटर वर्षा हुई, जिसके बाद बारिश थम सी गई। वहीं, धूप की वजह से तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी। दो दिन पहले तापमान 34 डिग्री के पार हो गया था।
हालांकि, मौसम में बदलाव और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी की वजह से सोमवार को तापमान कुछ कम हुआ। हल्की बूंदाबांदी और बदली की वजह से अधिकतम तापमान 32 डिग्री रहा। मंगलवार को भी दिन भर धूप और बदली आती जाती रही। इस दौरान दोपहर में गर्मी और उमस से लोग परेशान रहे।
आज हो सकती है हल्की बारिश
मौसम वेधशाला के विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी की वजह से वातावरण बदल गया है। बारिश की स्थिति बनी हुई है। इसके प्रभाव से बिलासपुर समेत प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
बिलासपुर में भी हल्की वर्षा हो सकती है। 10 अक्टूबर के बाद मौसम फिर से साफ हो जाएगा। यहीं से मानसून की विदाई को लेकर परिस्थितियां बनेंगी।
15 के बाद महसूस होगी गुलाबी ठंड
न्यायधानी में 15 अक्टूबर से वातावरण में नमी की मात्रा में सार्थक गिरावट होने की संभावना है, जिसके कारण मानसून की विदाई संभव है। तब तक मौसम ऐसा ही बना रह सकता है। एक-दो दिनों से दिन और रात के तापमान में अंतर दिख रहा है। जहां दिन में गर्मी और उमस की स्थिति बनी हुई है। 15 अक्टूबर के बाद गुलाबी ठंड महसूस होगी।
वहीं, रात में नमी का वातावरण बनने लगा है। मौसम में बदलाव का असर सेहत पर भी पड़ेगा। मौसमी बीमारियों और संक्रमण का दौर प्रारंभ हो चुका है। सर्दी खांसी, बुखार जैसी समस्याएं आम हो गई है।