आखिर क्या रहा है खनन और राजस्व विभाग, अरपा नदी से रोजाना हो रहा है अवैध रेत खनन
इसके पूर्व भी राजस्व विभाग के द्वारा रेत डंप कर रखने वालों के खिलाफ दिखावा करते हुए डम्प रेत को जब्त कर खनिज विभाग को सौंपने की बात की गई थी, मगर विभाग ने जब्त रेत की रातों- रात ही बिक्री कर दी थी. इस पूरे मामले में अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी अरपा नदी से खनन कर बिक्री की जा रही है.
बिलासपुर / अलग- अलग क्षत्रों में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का काम जोरों से चल रहा है. जिला प्रशासन और खनिज विभाग के आदेश के बाद भी रेत माफिया बेखौफ होकर अवैध परिवहन का काम कर रहे हैं.
कोटा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पोड़ी के कोदवारी अरपा घाट नारायण बाड़ी से बिना रायल्टी के अवैध रूप से रेत का खनन कर दिन- रात ट्रेक्टर ट्रालियों से रेत निकाला जा रहा है, वहीं वन विकास निगम क्षेत्र में आने के बाद भी इस मामले में वन विकास निगम मौन साधे हुए है. वहीं पोड़ी गांव में अवैध रेत डंप कर लाखों रुपए की रेत की बिक्री कर राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है. वन विकास निगम क्षेत्र सहित गांव में जगह -जगह पर रेत डंप कर बिक्री की जा रही हैं.
विभाग पर मिलीभगत का लग रहा है आरोप
स्थानीय लोगों ने कैमरे के पीछे जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से अवैध खनन का काम लंबे समय से चल रहा है. इस वजह से अधिकारी यहां कार्रवाई नहीं करते. लोगों का यह भी आरोप है कि सप्ताह और महीने में रसूखदार माफिया संबंधित विभाग के अधिकारियों को उनका हिस्सा पहुंचाते हैं. इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन लंबे समय से सक्रिय रेत माफियाओं पर कार्रवाई ना होना विभाग की संलिप्तता होना और संरक्षण प्रदान करने के दावे को बल तो प्रदान करता है.
आखिर कब तक होगी कार्रवाई
रेत मामले में कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि अवैध रूप से रेत खनन और डम्प कर बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कोटा तहसीलदार प्रकाश चंद साहू को निर्देशित कर दिया गया है. जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी. अब देखना होगा कि आखिर कब तक कार्रवाई होगी?