दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों का पुनः आरंभ करना : टेसुलाल धुरंधर
भुवन वर्मा, बिलासपुर 07 मई 2020

बलौदा बाज़ार । छत्तीसगढ़ को वैश्विक महामारी कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने 43 दिन सरकारी शराब दुकान पूरी तरह बंद रही.इस दौरान आदतन शराबी भी शराब छोड़ अपने घर -परिवार में सुखपूर्वक रहने लगे थे घर में शांति व समाज में दैवीय दिव्य वातावरण का संचार हो रहा था .. अपराध का ग्राफ .दुर्घटना व अन्य अप्रिय घटनाओं में अभूतपूर्व कमी आ गई थी..कोरोना से निपटने लाकडाउन के नियमों का पालन करते हुए जरूरतमंद व गरीबों को सरकार तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से मदद की बयार चल रही थी ..इसी बीच दूसरे लाकडाउन की तिथि खत्म होने के पूर्व ही छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री माननीय कवासी लखमा का एक बयान आता है … ‘जनता की ओर से शराब दुकान खोलने की मांग आ रही है’..यह बयान चौंकाने वाला था ये मांग किस व्यक्ति/संगठन द्वारा किया गया अभी तक अज्ञात है ..
यह बयान सरकार की ओर से शराब दुकान खोलने का स्पष्ट इशारा था.. तीसरे लाकडाउन खत्म होने के पूर्व ही विधानसभा चुनाव में पूर्ण शराबबंदी की वादा के साथ सत्ता में आई छत्तीसगढ़ सरकार शराब दुकान खोलने की पूरी तैयारी कर ली और 4 मई को सुबह छत्तीसगढ़ के सभी शराब दुकानों में सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते व धारा 144 को धता बताते मद्यप्रेमियों का अनियंत्रित/अद्भूत नजारा सर्वत्र देखने को मिला.. इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया में अच्छा कव्हरेज भी दिया गया. एकाएक भठ्ठी खुलने व शराब की उपलब्धता से मारपीट. हुड़दंग दुर्घटना व हत्या तक की घटनाएं घटित हुई .. शराब दुकान खोलने का लोकतांत्रिक विरोध करने वालों के ऊपर अपराध कायम कर पुलिसिया रौब जमाया गया.. शराब दुकान खोलने से हो रही फजीहत से बचने सरकार के एक वरिष्ठ मंत्रीका बयान आया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर छत्तीसगढ़ में शराब दुकान खोला गया .. वरिष्ठ मंत्री का यह बयान अपनी जिम्मेदारी से बचने दूसरे के ऊपर डाला जाने वाला अत्यंत उथला बयान है क्या केंद्र सरकार की सभी एडवाइजरी का राज्य सरकार निष्ठापूर्वक पालन करती है.. इस संपूर्ण घटनाक्रम से यह साबित हो ही गया कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार पूर्ण शराबबंदी लागू कर श्रेय लेने का सुंदर अवसर खो दिया साथ ही अपनी इस संबंध में अंतर्निहित नियत भी दिखा डाली.. शराबबंदी के लिए इतना अनुकूल अवसर किसी सरकार को अब कदाचित ही मिले .. छत्तीसगढ़ राज्य के लिए केवल राजस्व प्राप्ति हेतु जनता की भावनाओं को आहत करना दुर्भाग्यपूर्ण है ….।
लेखक अंचल के वरिष्ठ चिंतक एवम विचारक –
टेसूलाल धुरंधर, योगाचार्य,
अध्यक्ष -छत्तीसगढ़ प्रदेश कुर्मी समाज, जिला बलौदा बाजार
वार्ड नं 04 बलौदाबाजार
About The Author

Unleash your potential and rise as the top player Lucky cola