लॉक डाउन (कोविड 19) के इस विषम परिस्थिति में हमारी दिनचर्या के साथ खानपान कैसी हो इस पर विस्तृत जानकारी दे रही हैं सुश्री पूर्वी वर्मा आहार विशेषज्ञ

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भुवन वर्मा, बिलासपुर 05 अप्रैल 2020

सुहेला/ रायपुर । कोविड-19 और लॉकडाउन के चलते इन मुश्किल दिनों में जब हम सुबह से रात तक घर में ही हैं । ऐसे में हमारा सुबह से लेकर रात तक का आहार कैसा हो इस पर अस्मितावेब के पाठकों को सुश्री पूर्वी वर्मा आहार विशेषज्ञ आज हमे चर्चा के दौरान विस्तृत जानकारी देंगी। यह आहार हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा तथा हमे फिट और स्वस्थ रखेगा।

दिन की शुरुवात गुनगुने पानी से करें। गुनगुने पानी में शहद या नीबू-शहद या हल्दी डाल के पियें। सुबह 8.30-9 बजे तक नास्ता जरूर कर लें। नास्ते में दलिया, ओट्स, पोहा, उपमा, सैंडविच, इडली, अंकुरित अनाज आदि ले सकते है।मधुमेह के रोगी सफेद ब्रेड और पोहा न लें।

12 बजे नीबू पानी या फ्रूट जूस या फ्रूट सलाद या वेजिटेबल सलाद या नारीयल पानी आदि ले सकते है।

1.30-2 बजे अपना दोपहर का भोजन जरूर खा लें।दोपहर के भोजन में 1बाउल राइस ,1बाउल दाल,1बाउल दही,2 रोटी,1बाउल प्रोटीन वाली सब्जी जैसे पनीर या राजमा या चना या सोया या कोई भी बिन्स वाली सब्जी तथा सलाद जरूर लें, चाहे तो चटनी भी ले सकते है । साथ में जैसे पुदीने की या धनिया पत्ती की या टमाटर मिर्चि धनिया की चटनी।
शाम 5 के आस- पास नास्ते में रोस्टेड चना या रोस्टेड मूंगफली या वेजिटेबल सुप या ग्रीन टी अदरक के साथ+ बिसकिट्स या ब्लैक कॉफी आदि ले सकते है।

रात का खाना 8-8.30 तक खा लेना चाहिए। रात के खाने में 2 रोटी ,1 बाउल दाल तथा 1 बाउल लाइट वेजिटेबल जैसे कद्दू,गिल्की, लौकी, टिंडा या कोई भी भाजियां आदि ले सकते हैं।

10-10.30 pm को 1 कप दूध हल्दी के साथ जरूर लें,यदि गैस या कोल्ड हो या दूध सूट नई करता हो तो न लें

ये तो हो गया हमारे पूरे दिनचर्या का डाइट इसके अलावा बच्चो के लिए कुछ विशेष आहार की ओर ध्यान देंगे चूँकि बच्चे ग्रोविंग पीरियड में होते है, तो उनके डाइट में प्रोटीन की अधिकता कार्बोज की अधिकता तथा कैल्शियम की अधिकता आदि पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है । बच्चे सब्जियों को लेकर बहुत ही चूज़ी होते है, तो उनके आहार में हम कुछ परिवर्तन लाकर उनका भोजन स्वादिस्ट बना सकते है । जैसे उनको वेजीटेबल दलिया या वेजिटेबल खिचड़ी या वेजिटेबल पराठा जैसे आलू पराठा/गोभी पराठा/मटर पराठा आदि या अंकुरित अनाज को चटपटा कर के दे सकते हैं।

खास बात–अगर कोई मधुमेह का रोगी है तो वे राइस और मीठे फल जैसे आम, अंगूर, केला, चीकू और मीठे पदार्थ जैसे शक्कर, चॉकलेट, कैंडी आदि न लें तथा उनके आहार में ब्रॉउन राइस, स्टार्च फ्री राइस, पालक,बथुआ, मेथी जरूर शामिल करें ।

नोट:– इसके अलावा कुछ विशेष बातों का ध्यान रखें
जैसे – सुबह उठकर सबसे पहले योग जरूर करें। दिन में कम से कम 3 लीटर पानी जरूर लें।तली-भुनी चीजे अचार पापड़ आदि को अपने आहार से निकाल दें।मैदा का उपयोग न करें।अधिक गर्म और अधिक ठंडी चीजों का उपयोग न करें रात को खट्टी तथा ठंडी चीजों को न खाएं। इसके अलावा आगे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आने डाइट में हल्दी, मुलेठी, दालचीनी, अदरक, गिलोय, काढ़ा, तथा वेजिटेबल सुप का उपयोग जरूर करें।

ये थी हमारी अस्मिता पत्रिका परिवार की सदस्य व आहार विशेषज्ञ आप सब आहार सम्बन्धी किसी भी तरह की सलाह कभी भी ले सकते हैं।

पूर्वी वर्मा
आहार विशेषज्ञ (छत्तीसगढ़ योग एसोसिएशन C.Y.A.)
रायपुर, छत्तीसगढ़

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