मिलेगी फागिंग से मुक्ति, मच्छर नियंत्रण के लिए अपनाए जाएंगे आधुनिक तरीके

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दुर्ग. 8 अगस्त को कलेक्टर  पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिले की विभिन्न नगरीय निकाय के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने नगरीय निकायों के विभिन्न विकास कार्य एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। साथ ही निकाय क्षेत्र अंतर्गत वृक्षारोपण, रोका-छेका अभियान, फाईट द बाईट अभियान, सीमार्ट ऑन व्हीकल व अर्बन इंस्डस्ट्रीयल पार्क के संबंध में विस्तार से चर्चा की। बैठक में अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, भिलाई नगर निगम आयुक्त रोहित व्यास, दुर्ग नगर निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर व रिसाली नगर निगम आयुक्त श्री आशीष देवांगन के साथ संयुक्त कलेक्टर, डीप्टी कलेक्टर, एसडीएम एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने निकायवार वृक्षारोपण कार्य की जानकारी ली।

जिला प्रशासन द्वारा संचालित पौधारोपण महाअभियान के अंतर्गत नगरीय निकायों में लगभग 95 हजार पौधे रोपित किए जाने हैं, जिसमें अब तक 52 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। इस कड़ी में दुर्ग, भिलाई, रिसाली, कुम्हारी निकायों में क्रमशः 16 हजार 550, 6 हजार 447, 5 हजार 320 और 8 हजार 28 पौधे अब तक रोपित किए जा चुके हैं। दुर्ग निगम ने बाजारों में जगह की कमी को देखते हुए मार्केट एसोसिएशन के सहयोग से दुकानों के सामने गमला लगाने का निर्णय लिया। कलेक्टर ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए अन्य निकायों को भी इस तरह के प्रयास करने कहा। जिला प्रशासन द्वारा वृक्षारोपण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वन होम वन ट्री अभियान शुरू किया है, जिसके अंतर्गत निगम द्वारा निःशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही वन विभाग द्वारा पौधा तुंहर द्वार अभियान अंतर्गत नागरिकों के घरों में पौधे पहंुचाए जा रहे हैं। कलेक्टर ने डेंगू व मच्छर से होने वाले अन्य बीमारियों को देखते हुए जिले के सभी निकायों को मच्छर मुक्त निकाय की दिशा में कार्य करने कहा। विशेष रूप से मच्छरों के नियंत्रण के लिए फॉगिंग के विकल्प पर काम करने कहा। उन्होंने कहा कि फागिंग से वायु प्रदुषण अधिक होता है, मच्छरों को नियंत्रित करने में भी यह ज्यादा कारगार नहीं है। उन्होंने सभी निकायों को इस क्षेत्र में हो रहे नए प्रयासों का अध्ययन कर जिले के अनुसार उपयुक्त कार्ययोजना बनाने कहा। कलेक्टर ने निकायवार निर्माणाधीन सी-मार्ट व अर्बन इंडस्ट्रीयल पार्क के निर्माण की स्थिति व कार्ययोजना की भी जानकारी ली। नगरीय गौठानों में पशु चिकित्सा दल की व्यवस्था जल्द से जल्द कराने कहा। साथ ही काऊ कैचिंग, पशुओं की टैगिंग, सड़क मरम्मत, बाजार स्थल में पार्किंग, शौचालय, सीसी टी.वी. कैमरा एवं प्रकाश की व्यवस्था आदि की भी जानकारी ली। डेंगू की रोकथाम के लिए जलभराव वाले स्थानों पर करें कीटनाशक छिड़काव- कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने डेंगू नियंत्रण के कार्याे की समीक्षा की। बरसात के मौसम में तापमान में उतार-चढ़ाव होने से बैक्टीरिया का प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर पड़ता है जिससे अनेक प्रकार की मौसमी बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ता है। मानसून में कई तरह के मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है। मौसम में संक्रमित मच्छरों के काटने के कारण डेंगू फैलता है। ये बीमारी गंभी स्थिति में पहंुचने पर जानलेवा भी हो सकती है। इसलिए इनसे बचाव के लिए मच्छरों को पनपने से रोकना चाहिए। घर के आसपास जल जमाव नही होने देना चाहिए। कलेक्टर ने सावधानी बरतने के साथ बरसात के पानी को जमा न होने देने को कहा और जहां बरसात का पानी जमा है उन क्षेत्रों में कीटनाशक छीड़काव करने को कहा।

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