यज्ञ युग प्रवर्तक धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री महाराज के 41वा निर्वाण दिवस : आज भी उनका आदर्श जीवन अनुकरणीय – शास्त्री
यज्ञ युग प्रवर्तक धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री महाराज के 41वा निर्वाण दिवस : आज भी उनका आदर्श जीवन अनुकरणीय – शास्त्री
भुवन वर्मा बिलासपुर 04 फ़रवरी 2023

भाठापारा । आराधना महोत्सव के पुण्य अवसर पर नारायणी धवल धाम प्राणप्रतिष्ठा एवं शतचंडी महायज्ञ के विशाल प्रांगण में विशेष रुद्राभिषेक के साथ पूजन आराधना सत्संग संगोष्ठी भजन का मंगलमय कार्यक्रम सानंद संपन्न हुआ, इसी बीच आचार्य झम्मन शास्त्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी जी के जीवन दर्शन पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए बताया कि ऐसे महान विभूति भारतवर्ष में धर्म एवं राष्ट्र रक्षा के लिए समय-समय पर देव लोक से प्रकट होते हैं ।सनातन संस्कृति के संरक्षण एवं वैदिक मर्यादाओं की स्थापना, सनातन मान बिंदुओं की रक्षा के लिए धर्म सम्राट जी का योगदान इतिहास में सदैव अविस्मरणीय रहेगा। उन्होंने कम समय तथा अल्प भौतिक साधन होने पर भी अपने वैदुष्य तथा तपोबल के द्वारा देश को स्वतंत्रता दिलाने में वेदोक्त रीति से शास्त्रीय परंपरा अनुकूल यज्ञ का संपादन कर दैवीय शक्तियों के माध्यम से सफलता दिलाने में बहुमूल्य योगदान प्रदान किया।
गौ रक्षा के लिए उनका जीवन संपूर्ण रूप से समर्पित रहा,शासन तंत्र से कठिन यातना प्राप्त हुई, कई बार जेल गए, उन्होंने गौ रक्षा महाभियान का नेतृत्व करते हुए 1000000 गौ भक्तों के साथ संसद का घेराव भी करवाया,कई गौ भक्त शहीद भी हुए,किंतु दृढ़ता पूर्वक सनातन धर्मावलंबियों का मनोबल, उत्साह को बढ़ाते हुए जीवन पर्यंत गौ रक्षा के लिए उन्होंने अपने समर्पित भाव से त्याग पूर्वक कार्य किया ।


आज भी उनका आदर्श जीवन अनुकरणीय है ,स्वामी जी के चरणों में सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि संपूर्ण गोवंश की हत्या देश में शीघ्र बंद हो ,जिससे हिंदुओं को न्याय मिले तथा भारत शीघ्र हिंदुराष्ट्र के रूप ।में घोषित हो। उनके बताए पदचिन्हों में चलते हुए गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु शंकराचार्य महाभाग देश की अखंडता एवं श्री राम राज्य के स्वरूप को स्थापित करने हेतु ही हिंदु राष्ट्र की स्थापना के लिए दिन-रात पूरे देश के विभिन्न प्रांतों में राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के अंतर्गत प्रवास करते हुए समग्र हिंदू समाज को जागृत करते हुए विशेष मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं ।श्री शास्त्री जी ने अंत में अपील की,कि सभी भक्तजन सामूहिक तथा व्यक्तिगत रूप से हनुमान चालीसा का पाठ एवं साप्ताहिक संगोष्ठी के माध्यम से जन जागरण अभियान में सम्मिलित होकर अपने जीवन को धन्य बनाएं। इस अवसर पर यज्ञ आयोजक परिवार ,गोपाल गोयल जी ,संदीप गोयल सपरिवार, पीठ परिषद, आदित्य वाहिनी, आनंद वाहिनी के पदाधिकारी प्रतिनिधि एवं सदस्य तथा सनातन धर्मप्रेमी भक्तो ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपने जीवन को मंगलमय बनाने का प्रयास किया।। हर-हर महादेव।।जय श्री जगन्नाथ।।
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