चंडीगढ़ एवं फरीदाबाद में सुविधायुक्त अस्पतालों का प्रधानमंत्री ने किया लोकार्पण : भारत ऐसा राष्ट्र जहां इलाज एक सेवा है – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
चंडीगढ़ एवं फरीदाबाद में सुविधायुक्त अस्पतालों का प्रधानमंत्री ने किया लोकार्पण : भारत ऐसा राष्ट्र जहां इलाज एक सेवा है – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
भुवन वर्मा बिलासपुर 24 अगस्त 2022
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
फरीदाबाद – भारत एक ऐसा राष्ट्र है जहां इलाज एक सेवा है , आरोग्य एक दान है। जहां आरोग्य और आध्यात्म दोनों एक दूसरे से जुड़े हुये हैं। हमारे यहां आयुर्विज्ञान एक वेद है। हमने हमारी मेडिकल साइन्स को भी आयुर्वेद का नाम दिया है। फरीदाबाद में आरोग्य का इतना बड़ा संस्थान प्रतिष्ठित हो रहा है। यह अस्पताल इमारत और तकनीक के लिहाज से जितना बड़ा है उतना ही आध्यात्मिकता के लिहाज से आलोकिक है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रदेश की जनता को बड़ी सौगात के रूप में हरियाणा के फरीदाबाद में नवनिर्मित सुपर – स्पेशलिटी अमृता अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कुछ दिन पहले ही देश ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के अमृतकाल में प्रवेश किया है।अमृतकाल में देश के सामूहिक प्रयास प्रतिष्ठित हो रहे हैं ,देश के सामूहिक विचार जागृत हो रहे हैं। मुझे खुशी है कि अमृत काल की इस बेला में मां अमृतानंदमयी के आशीर्वाद का अमृत भी देश को मिल रहा है।
पीएम ने कहा कि आधुनिकता और आध्यात्मिकता का समागम यह अस्पताल गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों की सेवा , सुलभ और प्रभावी इलाज का माध्यम बनेगा। पीएम ने कहा कि अम्मा प्रेम , करूणा , सेवा और त्याग की प्रतिमूर्ति हैं। वह भारत की आध्यात्मिक परंपरा की वाहक हैं। उनका जीवन संदेश हमें महाउपनिषदों में मिलता है। पीएम मोदी ने कहा कि अम्मा ने स्वच्छ भारत और नमामि गंगे अभियान में भी अहम योगदान दिया है। पीएम ने कहा सही विकास होता ही वह है जो सब तक पहुंचे , जिससे सबको लाभ हो। गंभीर बीमारी के इलाज को सब तक पहुंचाने की भावना अमृता अस्पताल की है। मुझे विश्वास है कि सेवाभाव का आपका यह संकल्प हरियाणा दिल्ली एनसीआर के लाखों परिवारों को आयुष्मान बनायेगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि हम बार-बार सुनते आये हैं – ना हमें राज्य की कामना है , ना स्वर्ग के सुख की इच्छा है। हमारी कामना है कि हमें बस दुखियों की , रोगियों की पीड़ा दूर करने का सौभाग्य मिलता रहे। हमारे धार्मिक और सामाजिक संस्थानों द्वारा शिक्षा-चिकित्सा से जुड़ी जिम्मेदारियों के निर्वहन की ये व्यवस्था एक तरह से पुराने समय का ट्रिपल पी मॉडल ही है। इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप तो कहते ही हैं लेकिन मैं इसे ‘परस्पर प्रयास’ के तौर पर भी देखता हूं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश भी यह कोशिश कर रहा है कि सरकारें पूरी निष्ठा और ईमानदारी से मिशन मोड में देश के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र का कायाकल्प करें। इसके लिये सामाजिक संस्थाओं को भी प्रोत्साहन किया जा रहा है। निजी अस्पतालों के साथ प्रभावी पीपी माडल तैयार हो रहा है। हमारे कई दूसरे धार्मिक संस्थान इस तरह के इंस्टीट्यूट चला भी रहे हैं , कई संकल्पों पर काम कर रहे हैं। समाज के हर वर्ग हर संस्था हर सेक्टर के प्रयास का नतीजा होता है कि हमने कोरोना के काल में देखा है। आपको याद होगा भारत ने अपनी वैक्सीन बनाई थी तो कुछ लोगों ने दुष्प्रचार की कोशिश की थी। देश के धार्मिक गुरु एक साथ आये और लोगों को अफवाहों पर ध्यान ना देने को कहा , तब लोगों में विश्वास पैदा हुआ। भारत को उस तरह की वैक्सीन हैसिटेंसी का सामना नहीं करना पड़ा , जैसा अन्य देशों में देखने को मिला। पीएम ने कहा इस बार लाल किले से मैंने अमृतकाल के पंच प्राणों का विजन देश के सामने रखा। इनमें एक है गुलामी की मानसिकता का पूर्णतया त्याग। इसकी देश में खूब चर्चा भी हो रही है। इस मानसिकता का जब हम त्याग करते हैं तो हमारे काम की दिशा भी बदल जाती है। यही त्याग प्राइवेट अस्पतालों में भी दिख रहा है। हमारा योग और आयुर्वेद विश्व चिकित्सा पद्धति बन चुका है। स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं का दायरा केवल अस्पतालों और इलाज तक सीमित नहीं होता। सेवा से जुड़े ऐसे कई कार्यक्रम होते हैं जो स्वस्थ समाज की आधारशिला रखते हैं। पीएम मोदी ने कहा हमारे देश में कितनी ही बीमारियां प्रदूषित पानी से होती रही है। इसलिये देश ने तीन साल पहले जनजीवन अभियान की शुरुआत की। इन तीन सालों सात करोड़ लोगों को पाइप से पानी पहुंचाया जा चुका है। इसमें हरियाणा सरकार ने भी महत्वपूर्ण कार्य किया है। हरियाणा आज उन अग्रणी राज्यों में है जो घर-घर पाइप से जुड़ चुका है। फिटनेस और खेल जैसे विषय तो हरियाणा के संस्कारों में ही है , तभी यहां के युवा खेल के मैदान में तिरंगे की शान बढ़ा रहे हैं। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल , राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय , अमृतानंदमयी मठ की प्रमुख मां अमृता , केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मौजूद रहे।इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी के फरीदाबाद आगमन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय , मां अमृतानंदमयी , उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर भी उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य सेवाओं का विकसित होना जरूरी – पीएम मोदी
चंडीगढ़ – भारत को विकसित बनाने के लिये उसकी स्वास्थ्य सेवाओं का भी विकसित होना उतना ही जरूरी है। जब भारत के लोगों को इलाज के लिये आधुनिक अस्पताल मिलेंगे, आधुनिक सुविधायें मिलेंगीं तो वे और जल्दी स्वस्थ होंगे , उनकी ऊर्जा सही दिशा में लगेगी। आज होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के तौर पर देश को एक आधुनिक हॉस्पिटल मिला है। इस आधुनिक सुविधा के निर्माण में केंद्र के टाटा मेमोरियल सेंटर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये सेंटर देश-विदेश में अपनी सेवाएं उपलब्ध करा कर कैंसर के मरीजों का जीवन बचा रहा है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाभा कैंसर हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा कि अच्छे हेल्थकेयर सिस्टम का मतलब सिर्फ चार दीवारें बनाना नहीं होता। किसी भी देश का हेल्थकेयर सिस्टम तभी मजबूत होता है , जब वो हर तरह से समाधान दे , कदम-कदम पर उसका साथ दे। इसलिये बीते आठ वर्षों में देश में होलिस्टिक हेल्थकेयर को सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया है। डेढ़ लाख नये मरीजों के इलाज की व्यवस्था तैयार हो गई है। पीजीआई में भीड़ बढ़ने से मरीजों और उनके परिवार को दिक्कत होती थी। बिलासपुर में एम्स बना है , जिसको जो नजदीक पड़ेगा अब वो वहां जा सकेगा। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना काम पिछले सात-आठ साल में हुआ है , उतना पिछले सत्तर साल में भी नहीं हुआ। आज स्वास्थ के क्षेत्र के लिये गरीब से गरीब को आरोग्य की सुविधा के लिये आज एक नहीं , दो नहीं , छह मोर्चों पर एक साथ काम करके देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारा जा रहा है। जिसमें पहला मोर्चा – प्रिवेंटिव हेल्थकेयर को बढ़ावा देने का , दूसरा मोर्चा – गांव-गांव में छोटे और आधुनिक अस्पताल खोलने का , तीसरा मोर्चा – शहरों में मेडिकल कॉलेज और मेडिकल रीसर्च वाले बड़े संस्थान खोलने का , चौथा मोर्चा – देशभर में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने का , पांचवा मोर्चा – मरीजों को सस्ती दवाइयां और सस्ते उपकरण उपलब्ध कराने का और छठा मोर्चा – टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके मरीजों को होने वाली मुश्किलें कम करने का है। बताते चलें हरियाणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पंजाब पहुंचे , जहां एयरपोर्ट पर गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान ने उनका स्वागत किया। यहां से स्वागत पश्चात बाद वे न्यू चंडीगढ़ पहुंचे। फिरोजपुर की घटना और पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा है। इस दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये थे। पंजाब पुलिस ने मुल्लापुर इलाके में आसपास के दो किलोमीटर एरिया को पूरी तरह सील कर दिया गया था। पीएम मोदी के आते ही पंडाल जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। पंजाब सीएम भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्री दरबार साहिब का मॉडल देकर सम्मानित किया। केंद्रीय मंत्री जतिंदर सिह ने मंच सम्हाला और पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने न्यू चंडीगढ़ में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया और मरीजों से बात भी की।