राष्ट्र रक्षा साधना शिविर में कल पुष्कर से होगा विश्व कल्याण हेतु चिंतन

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राष्ट्र रक्षा साधना शिविर में कल पुष्कर से होगा विश्व कल्याण हेतु चिंतन

भुवन वर्मा बिलासपुर 12 मई 2022

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

पुष्कर – धर्मसंघ पीठ परिषद , आदित्यवाहिनी – आनंदवाहिनी द्वारा ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाभाग के दिव्य पावन सानिध्य में 23 वाँ साधना एवं राष्ट्र रक्षा शिविर कल 13 मई से 15 मई पर्यन्त अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन पुष्कर (राजस्थान) में समायोजित है। इस शिविर में हजारों सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी एवं महाराजश्री के शिष्य शामिल होंगे।इस शिविर में पुरी शंकराचार्य प्रातः दस बजे से दोपहर बारह बजे तक एवं शाम चार बजे से देर शाम सात बजे तक भक्तों को धर्म अध्यात्म एवं राष्ट्र से संबंधित विषय पर प्रवचन देंगे। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर जगद्गुरू शंकराचार्य और देश भर से आने वाले विद्वानों व मनीषियों का उद्बोधन भी होगा। बताते चलें कि पूर्वाम्नाय गोवर्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी के दिव्य पावन सानिध्य में विगत 23 वर्षों से देश के विभिन्न प्रांतों में साधना एव राष्ट्र रक्षा शिविर का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है। विगत वर्षों में इस दिव्य समारोह के माध्यम से पूरे देश में सनातन वैदिक परम्परा से शास्त्र सम्मत साधना के सात्त्विक स्वरूप पर श्रीगुरुदेव भगवान के द्वारा प्रदत्त आध्यात्मिक प्रवचन एवं राष्ट्र रक्षा हेतु स्वस्थ व्यूहरचना के अमोघ प्रभाव से निश्चित रूप से भक्तों में साधना के प्रति दृढ़ आस्था का संचार हुआ तथा धर्मजागरण के साथ साथ राष्ट्रीय जनजागरण हेतु समाज में भी चेतना जागृत हुई है। प्रति वर्ष आयोजित होने वाले साधना शिविर का प्रभाव भारतवर्ष में ही नहीं अपितु विश्वस्तर में भी राष्ट्रभक्तों पर पड़ा है। इस निरंतरता को जारी रखते हुये निर्धारित क्रम के अनुसार पूज्यपाद जगद्गुरु शंकराचार्य महाभाग की असीम कृपा एवं आशीर्वाद के फलस्वरूप यह तीन दिवसीय पावन कल्याणकारी कार्यक्रम पुष्कर में आयोजित है। जिसमें श्रीगुरुदेव भगवान जी के श्रीमुख से प्रवाहित दिव्य अमृत वाणी का कृपा प्रसाद , आशीर्वचन सुलभ होगा , जिससे भक्तों के ह्रदय में साधना एवं राष्ट्र रक्षा के प्रति दिव्य आध्यात्मिक शक्ति का संचार होगा। उल्लेखनीय है कि पुरी शंकराचार्य ने सुसंस्कृत, सुशिक्षित, सुरक्षित, सम्पन्न, सेवा परायण तथा स्वस्थ समाज की संरचना के लिये पीठ परिषद, आदित्य वाहिनी, आनंद वाहिनी, राष्ट्रोत्कर्ष अभियान, हिन्दू राष्ट्र संघ, सनातन संत समिति आदि संगठनों की स्थापना की है। इनके माध्यम से देश भर में राष्ट्र रक्षा शिविर आयोजित कर समाज को नई दिशा प्रदान करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इसकी जानकारी प्रो० बी० डी० दीवान ने दी।

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