अटल बिहारी विश्वविद्यालय में कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ द्वारा ग्लोबल बिजनेस फाउंडेशन स्किल्स फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ
अटल बिहारी विश्वविद्यालय में कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ द्वारा ग्लोबल बिजनेस फाउंडेशन स्किल्स फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ
भुवन वर्मा बिलासपुर 06 दिसंबर 2021

बिलासपुर । अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ द्वारा “Global Business Foundation Skills” विषय पर 10 दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया| यह फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम इंफोसिस बीपीएम लिमिटेड के एसोसिएशन में 6 दिसंबर 2021 से 17 दिसंबर 2021 तक किया जा रहा है| इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को प्रशिक्षण देने उपरांत छात्रों को प्रशिक्षित कर उन्हें एंप्लॉयमेंट हेतु तैयार करना है| हमारे छात्र जो पढ़ाई करते हैं एवं जो स्केल उन्हें नौकरी पाने के लिए चाहिए उसी गैप को भरना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है| इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण पाने वाले शिक्षकों को अपने ही महाविद्यालय के 100 छात्रों को प्रशिक्षित करना होगा|
इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में अटल बिहारी बाजपेई विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति आचार्य ए.डी.एन. बाजपेई, कुलसचिव डॉ सुधीर शर्मा, डॉ एच एस होता अधिष्ठाता छात्र कल्याण, शालिनी जयकृष्णन हेड कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी एवं डायवर्सिटी इंफोसिस बीपीएम लिमिटेड, शैली कंबोज एवं गोविंद इंफोसिस बीपीएम लिमिटेड उपस्थित थे मिस शैली कंबोज के द्वारा कार्यक्रम का संक्षिप्त विवरण दिया गया | मिस शालिनी जयकृष्णन हेड सी.एस.आर.एवं डायवर्सिटी इंफोसिस बीपीएम लिमिटेड ने कार्यक्रम की उपयोगिता के बारे में बताया उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में बहुत सारी नौकरी है परंतु छात्रों में उस स्तर के स्केल नहीं है इस गैप का भरा जाना बहुत आवश्यक है जिसके लिए इंफोसिस बीपीएम द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है| ताकि वे अपने छात्रों को प्रशिक्षित कर सके एवं उन्हें एंप्लॉयमेंट हेतु तैयार कर सकें विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर सुधीर शर्मा सर ने इस कार्यक्रम को करने के लिए विश्वविद्यालय की कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ को धन्यवाद दिया एवं कहा कि यह कार्यक्रम अवश्य ही हमारे शिक्षकों एवं छात्रों के लिए उपयोगी रहेगा| विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर एडीएन बाजपेई सर ने कहा कि यह कार्यक्रम अवश्य ही विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं छात्रों के लिए उपयोगी रहेगा | उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम हमारे छत्तीसगढ़ के छात्रों एवं शिक्षकों के अनुरूप होना चाहिए, जिससे वो आसानी से इसे समझ सके उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कार्यक्रम हिंदी व क्षेत्रीय भाषाओं में भी किए जाने चाहिए| कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के डॉ एच एस होता अधिष्ठाता छात्र कल्याण के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर डॉ रश्मि गुप्ता डॉक्टर पूजा पांडे जितेंद्र कुमार एवं हामिद अब्दुल्ला थे कार्यक्रम में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के 42 शिक्षक प्रशिक्षण ले रहे हैं|
About The Author




Entdecken Sie die besten bewerteten Online-Casinos des Jahres 2025. Vergleichen Sie Boni, Spielauswahl und Vertrauenswürdigkeit der Top-Plattformen für sicheres und lohnendes SpielenBonusangebot