मेंटल मेकअप आवश्यक है – डॉ श्रीदेवी देसारी : स्वयं से कभी भी दूर न हो दूसरो को दिखाने के लिए प्रपंच न करे जो है वो पर्याप्त है की भावना रखे – पंडित मनीष पांडे
मेंटल मेकअप आवश्यक है -डॉ श्रीदेवी देसारी :
स्वयं से कभी भी दूर न हो दूसरो को दिखाने के लिए प्रपंच न करे जो है वो पर्याप्त है की भावना रखे – पंडित मनीष पांडे
बिलासपुर 21 सितंबर 2021
बिलासपुर । अंतर्राष्ट्रीय अग्रवाल सम्मेलन महिला इकाई छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा आज 21 सितंबर 2021 मंगलवार को गूगल मीट पर श्राद्ध पक्ष की प्रतिपदा, विश्व अल्जाइमर दिवस, इंटरनेशनल शांति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का श्री गणेश पितरों जी को नमन कर गणेश वंदना डिंपल अग्रवाल और उषा कलानोरिया ने पितर जी के भजन से किया।
अध्यक्ष डॉ अनीता अग्रवाल ने मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता डॉ श्रीदेवी देसारी का डिजिटल मंच पर तिलक लगा, श्री फल और पुष्प गुच्छ भेंट कर किया। विशिष्ट अतिथि साई मंदिर के पुजारी महाराज मनीष पांडे का अभिनंदन किया।
मुख्य अतिथि डॉक्टर श्रीदेवी देसारी प्रोफेसर और हेड ऑफ द डिपार्टमेंट होम्योपैथिक कॉलेज, आर्ट ऑफ लिविंग, स्पाईन केयर की अध्यापिका ने अपने 20 वर्षो के अनुभव का विश्व अल्जाइमर दिवस पर साझा किया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया विश्व अल्जाइमर दिवस पूरे विश्व में मनाया जाने वाला दिवस है जो अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया के बारे में जागरूकता प्रसारित करने के लिए मनाया जाता है। अल्जाइमर रोग का सबसे समान्य रूप डिमेंशिया है। यह निरंतर प्रगतिशील होने वाला मस्तिष्क का रोग है उन्होंने अपने देढ़ घंटे के वक्तत्व में बढ़ती उम्र में सेनामेंडीशिया, पार्किंसन, सेरेब्रल कार्डियो मस्कुलर डिसऑर्डर, एंड्रोक्राइन डिसऑर्डर, लेक ऑफ विटामिन बी 12, फोलिक एसिड के कारण शुरुआती लक्षण भूलने की आदत, गैस,लाइट बंद करना, चाबी भूल जाना, धीरे धीरे पर्सनेलिटी बदलाव चिड़चिड़ाहट, गुस्सा होना, घर से चले जाना, याददास्त काम होना, सच में नही होते हुए भी सच में है लगना, अकेलापन महसूस करना, सोचना मेरी कोई कीमत नहीं है, निराश होना लक्षणों के बारे में बताया। उन्होंने इससे बचने के लिए मेंटल मेकअप , स्वयं को एजुकेट करना, कोपप स्ट्रेटजी अपनाना, भविष्य के लिए सावधान होना ही कारगार उपाय है बताया। अपना स्वयं का ध्यान देना, चेकअप करवाते रहना, उचित, मोसम के अनुकूल , सही आहार लेना, अपने शरीर की आवाज़ सुन उसके हिसाब कार्य आराम करना, सुबह नियमित व्यायाम, योग, प्राणायाम, सुदर्शन क्रिया करना। जिम्मेदारी ले खुश रहना अपने चेहरे खुशी को अपने पास रखना उसे कभी दूर न कर दूसरे के हाथ में चाबी न देना, जीवन को कॉम्प्लिकेटेड न बना उसे सरल रखना ही सबसे बड़ी दवाई है।उन्होंने उरी हिंदी फिल्म का उद्धरण दिया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मंदिर पुजारी महाराज मनीष पांडे ने विश्व शांति दिवस के उपलक्ष पर अपने उद्बोधन में बताया दुनियाभर के लोगों में परस्पर प्रेम की भावना और मानवता को संजोए रखने के लिए आज दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय शांति दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन को को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के देशों के बीच शांति को बढ़ावा देना है। जीवन का मूल मंत्र तनाव मुक्त हर हाल में प्रसन्न अहिंसा, शांत संतोष से भरा जीवन जीना है। स्वयं से कभी भी दूर न हो दूसरो को दिखाने के लिए प्रपंच न करे जो है वो पर्याप्त है की भावना रखे। दुनियाभर के लोगों में जागरुकता फैलायी जाती है कि हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं. इस दिवस को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के देशों के बीच शांति को बढ़ावा देने और आपसी विवाद को समाप्त करने के लिए किया जाता है.शांति व्यवस्था बनाए रखने, अंतर्राष्ट्रीय युद्धों को खत्म करने और देशों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देना ही प्रमुख है।
कार्यक्रम का संचालन उमा बंसल महासचिव कोरबा ने किया प्रेमलता गोयल उपाध्यक्ष ने आज का इतिहास बताया। उन्होंने अपने अभिव्यक्ति द्वारा सभी के फीड बैक के आधार पर बताया कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश कोरोना समय में अलग अलग स्थानों से एक मंच पर परिवार की तरह जुड़ खुश रहना है।
कार्यक्रम को साफल बनाने के लिए सभी सदस्य भगवती अग्रवाल, डिंपल अग्रवाल, कुसुम अग्रवाल, मीरा अग्रवाल, प्रेमलता गोयल, गिरिजा अग्रवाल, पुष्पा अग्रवाल, रंजना गर्ग, रेखा गर्ग, सिया अग्रवाल, सुलोचना धनावत, उमा बंसल, उषा कलानौरिया, नीलिमा गर्ग ने अपनी अभिव्यक्ति भजन प्रस्तुति से मंच में अध्यात्मिक ऊर्जा भर दी।
विश्व शांति सद्भाव के लिए शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।