भारत छोड़ो अभियान के तर्ज पर भारत जोड़ों अभियान चलायें — प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
भारत छोड़ो अभियान के तर्ज पर भारत जोड़ों अभियान चलायें — प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
भुवन वर्मा बिलासपुर 25 जुलाई 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली — टोक्यो ओलंपिक में तिरंगा देखकर पूरा देश रोमांचित हुआ , टोक्यो गये खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाना जरूरी है। देश के लिये तिरंगा उठाने वालों के सम्मान में भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है। सभी लोग कारगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा पढ़कर और शहीद वीरों को नमन करें। त्यौहारों के दौरान यह ना भूलें कि कोरोना अभी हमारे बीच से गया नही है , इसलिये आप सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें।
उक्त बातें आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 79 वें एपिसोड के जरिये राष्ट्र को संबोधित करते हुये कही। कार्यक्रम के दौरान पीएम ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में गये भारतीय खिलाडियों को शुभकामनायें दी। साथ ही उनको प्रोत्साहित करने की अपील करते हुये कहा कि खिलाड़ी चुनौतियों को पार कर पहुंचे हैं। टोक्यो ओलंपिक में तिरंगा देखकर पूरा देश रोमांचित हुआ। टोक्यो गये देश के खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाना जरूरी है। इस दौरान पीएम मोदी ने कारगिल युद्ध से लेकर अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि जो देश के लिये तिरंगा उठाता है उसके सम्मान में , भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है। कल यानि 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी है। कारगिल का युद्ध , भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है जिसे पूरी दुनियां ने देखा है। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जायेगा इसलिये ये और भी खास हो जाता है। मैं चाहूंगा कि आप कारगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा जरूर पढ़ें, करगिल के वीरों को हम सब नमन करें। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार 15 अगस्त को आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं। यह बहुत बड़ा सौभाग्य है कि जिस आजादी के लिए देश ने सदियों का इंतजार किया, उसके 75 साल होने के हम साक्षी बन रहे हैं। इस बार अमृत महोत्सव पर बड़ा कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कितने ही स्वतंत्रता सेनानी और महापुरुष हैं, जिन्हें अमृत महोत्सव में देश याद कर रहा है। सरकार और सामाजिक संगठनों की तरफ से भी लगातार इससे जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अमृत महोत्सव किसी सरकार का, किसी राजनीतिक दल का कार्यक्रम नहीं है। यह कोटि कोटि भारतवासियों का कार्यक्रम है। उन्होंने आजादी के 75 सालपूरे होने पर नेशन फर्स्ट , आलवेज फर्स्ट का नारा देते हुये कहा कि गांधी के भारत छोड़ों अभियान की तर्ज पर देश के लोग भारत जोड़ो अभियान चलायें। हर बार की तरह इस बार भी वोकल फॉर लोकल का नारा देते हुये उन्होंने कहा कि रोज के कामकाज करते हुये भी हम राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं , जैसे वोकल फॉर लोकल। हमारे देश के स्थानीय उद्यमियों, आर्टिस्टों , शिल्पकारों , बुनकरों को सपोर्ट करना , हमारे सहज स्वभाव में होना चाहिये। सात अगस्त को आने वाला नेशनल हैंडलूम डे, एक ऐसा अवसर है जब हम प्रयास पूर्वक भी ये काम कर सकते हैं । इस दिन के साथ बहुत ऐतिहासिक पृष्ठभूमि जुड़ी हुई है। इसी दिन वर्ष 1905 में स्वदेशी आंदोलन की शुरूआत हुई थी। हमारे देश के ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में हैंडलूम कमाई का बहुत बड़ा साधन है। ये ऐसा क्षेत्र है जिससे लाखों महिलायें , लाखों बुनकर , लाखों शिल्पी जुड़े हुये हैं। आप स्वयं कुछ-न-कुछ खरीदें और अपनी बात दूसरों को भी बतायें। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही ‘मन की बात’ की असली ताकत है , आपके सुझाव ही मन की बात के माध्यम से भारत कि विविधिता को प्रकट करते हैं। भारवासियों के सेवा और त्याग के खुशबू को चारों दिशाओं में फैलाती हैं। हमारे मेहनतकश युवाओं के इनोवेशन से सब को प्रेरित करते हैं। मन की बात में आप की कई तरह के आइडिया भेजते हैं , हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं , लेकिन उनमें से बहुत आइडिया को मैं संबंधित विभागों को जरूर भेजता हूं ताकि उन पर आगे का काम किया जा सके।पीएम मोदी ने कहा कि अपने लिये तो संसार में हर कोई जीता है , लेकिन जो परोपकार के लिये जीता है वो ही असल में जीता है। पीएम मोदी ने इस दौरान चंडीगढ़ के संजय राणा का जिक्र किया जो कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को फ्री में छोटे भटूरे दे रहे हैं। इन बातों से पता चलता है कि हम नौकरी के साथ- साथ परोपकार का भी काम कर सकते हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में मणिपुर में बढ़ रही सेब की खेती और लखीमपुर खीरी में महिलाओं को केले के तने से फाइबर बनाने की ट्रेनिंग देने का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि त्योहारों के समय में यह ध्यान रखना है कि कोरोना वायरस हमारे बीच से गया नहीं है , इसलिये जरूरत है कि हम कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें।