गोवर्धनमठ पुरीपीठ के 145 वें श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का प्राकट्य महोत्सव सात जुलाई को
गोवर्धनमठ पुरीपीठ के 145 वें श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का प्राकट्य महोत्सव सात जुलाई को
भुवन वर्मा बिलासपुर 30 जून 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – परम सौभाग्योदय के फलस्वरूप प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व के महान विभूति हिंदुओं के सार्वभौम धर्मगुरु गोवर्धनमठ पुरीपीठ के 145 वें श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का 79 वां प्राकट्य महोत्सव का भव्य कार्यक्रम 07 जुलाई बुधवार को उत्साह पूर्वक पूरे देश के विभिन्न प्रांतों में राष्ट्रोत्कर्ष दिवस के रूप में मनाया जायेगा। इस पुनीत अवसर पर सर्वजन कल्याण और महामारी संकट निवारण , सनातन संस्कृति संरक्षण एवं दीर्घायु की मंगल कामना हेतु रुद्राभिषेक , शिवपूजन -आराधना , सुंदरकांड पाठ , हनुमान चालीसा पाठ , विचार गोष्ठी , सत्संग प्रवचन , भजन , संकीर्तन के साथ वृक्षारोपण , फल वितरण का कार्यक्रम निर्धारित रहेगा। सभी कार्यक्रमों में मास्क लगाकर समुचित दूरी का पालन एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुये आयोजन करने का आह्वान किया गया है । समस्त कार्यक्रम प्रेरणा स्रोत सचिव स्वामी निर्विकल्पानंद सरस्वती महाराज के मार्गदर्शन में निर्धारित किया गया है। यह पावन दिव्य समारोह गोवर्धनमठ पुरीपीठ से संचालित धर्मसंघ पीठ परिषद आदित्यवाहिनी – आनंद वाहिनी , राष्ट्रोत्कर्ष अभियान , हिंदू राष्ट्र संघ , सनातन संत समिति के संयोजकत्व में सनातन धर्म प्रेमी समस्त श्रद्धालु भक्तों के सद्भाव पूर्ण सहयोग से आयोजित है। उक्ताशय की जानकारी देते हुये आचार्य झम्मन शास्त्री ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन में सामाजिक , सांस्कृतिक , धार्मिक , राजनैतिक सभी क्षेत्रों से जुड़े प्रतिनिधि , शिष्य , भक्तवृंद पधारकर गुरुदेव भगवान का दुर्लभ दर्शन एवं आशीर्वाद ग्रहण करेंगे। गोवर्धन मठ पुरी के साथ साथ वाराणसी , वृंदावन , होशियारपुर आश्रम एवं छत्तीसगढ़ रायपुर स्थित सुदर्शन संस्थानम् में विशाल भव्य आयोजन किया जायेगा । गुरुदेव भगवान सात जुलाई को तीर्थराज प्रयाग में स्थित शिवगंगा आश्रम में विराजमान होंगे , जहां उनका दिव्य प्रत्यक्ष दर्शन एवं आशीर्वाद लेने का सौभाग्य समस्त भक्तों को सुलभ रहेगा। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ प्रांत के विभिन्न जिला मुख्यालयों में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भव्य कार्यक्रम की योजना बनायी गई है। महाराज श्री द्वारा संस्थापित धर्मसंघ , पीठपरिषद , आदित्यवाहिनी – आनंदवाहिनी ने सभी श्रद्धालु भक्तजनों को इस दिव्य समारोह में उपस्थित होकर दर्शन एवं सत्संग लाभ लेने की अपील की है।