डॉक्टर खेलनराम जांगड़े का जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति : बैजनाथ चंद्राकर

डॉक्टर खेलनराम जांगड़े का जाना छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति : बैजनाथ चंद्राकर अध्यक्ष अपैक्स बैंक
भुवन वर्मा बिलासपुर 1 मई 2021
बिलासपुर । डॉक्टर खेलन राम जांगड़े के निधन पर बैजनाथ चंद्राकर अध्यक्ष अपेक्स बैंक ने दुख व्यक्त करते हुए उनके साथ काम किए अनुभव को याद करते हुए कहा कि सन 80 के दशक में मैं पंडरिया से और जांगड़े जी मुंगेली से विधायक चुनकर हम भोपाल साथ पहुंचे थे । बेहद सरल सहज व्यक्तित्व के धनी जांगड़े जी का जाना छत्तीसगढ़ सहित हम सबके लिए अपूर्ण क्षति है ।
पूर्व सांसद डॉ. खेलन राम जांगड़े का निधन, निजी अस्पताल में जहां तीन दिन से इलाज चल रहा था ।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद व पूर्व विधायक डॉ. खेलन राम जांगड़े का आज दोपहर एक निजी चिकित्सालय में इलाज के दौरान 30 अप्रैल को निधन हो गया। वे 75 वर्ष के थे
डॉ. जांगड़े को दिन पहले ब्लड प्रेशर और शुगर की शिकायत आने पर वंदना हॉस्पिटल मंगला चौक में एडमिट कराया गया था। बाद में उन्हें आईसीयू में ले जाया गया।
ज्ञात हो कि सन 1980 में मुंगेली से विधायक चुने गए थे। उसके बाद सन् 1984 और 1989 में वे बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने। वे रायपुर से उत्तीर्ण आयुर्वेद चिकित्सक थे। मुंगेली के पास फुलवारी गांव में वे प्रैक्टिस करते थे और इसी के चलते ही उनको क्षेत्र में काफी जान पहचान बन गई थी । तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश चंद्र सेठी के मुंगेली प्रवास के दौरान वे उनके नजदीक आये तथा मिनीमाता से भी स्नेह मिला, जिन्होंने उन्हें विधानसभा टिकट दिलाई। बाद में भी स्व. विद्याचरण शुक्ल, अर्जुन सिंह व स्वर्गीय अजीत जोगी के नजदीक रहे। जोगी ने उन्हें छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग का सदस्य भी बनाया था। वे कुछ समय तक आयोग के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे। उनके कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं से अच्छे संबंध थे और आम लोगों में भी सरल छवि के कारण अच्छी पकड़ रखते थे। बिलासपुर लोकसभा सीट से डॉ. जांगड़े के बाद कांग्रेस को अब तक कोई जीत नहीं मिली है। मुंगेली में भी कांग्रेस में उनके समाज से उनके कद का कोई नेता तैयार नहीं हो सका है। पिछले कुछ सालों से वे राजनीति से दूर हो चुके थे और नेहरू नगर स्थित बिलासपुर के निवास में लोगों से मिला करते थे ।
About The Author
