अरपा मईया में रेत का खेल गजब निराला : माफिया चोरों को न कोई रोक पाया है ना रोक पाएगा शायद ऐसा ही लिखा है हमारे बिलासपुर के भाग्य में

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अरपा मईया में रेत का खेल गजब निराला : माफिया चोरों को न कोई रोक पाया है ना रोक पाएगा शायद ऐसा ही लिखा है हमारे बिलासपुर के भाग्य में

भुवन वर्मा बिलासपुर 14 अप्रैल 2021

बिलासपुर । हरिहर ऑक्सीजन वृक्षारोपण परीक्षेत्र अरपा साइड सेंदरी में पिछले साल इन दिनों में कहीं-कहीं पानी की भरावट मिला करती थी । जिसमें छोटी-छोटी कुआं बना कर वृक्षारोपण प्रेमियों को अपने 350 पौधों के लिए पानी मिल जाता था ।आज पूरा क्षेत्र रेगिस्तान बना हुआ है । हम सब सो रहे हैं और इसी तरह सोते रहेंगे तो स्थिति और भयावह आने वाले दिनों में और

हो सकती है।

बिलासपुर की जीवनदायिनी अरपा अब मरने के कगार पर रेत माफिया व चोरों ने कहीं के नही छोड़े । आज अरपा नदी सभी घाट पर रेत का खेल जोरों पर है । रेत माफिया सक्रिय वही खनिज विभाग कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर रही है । उनके कार्यवाही का रेत माफियाओं पर कोई असर नहीं होता है । आज सेंदरी ,कोनी सरकंडा के अरपा की हालत देखकर आप खून के आंसू रो पड़ेंगे । अब स्थिति यह आ गई है कि अरपा से रेत भी खत्म होने के कगार पर है ।अरपा के आस पास पास एरिया में केवल रेत माफियों के डिपो में रेत ही रेत दिखेगा । पोकलेन से रेत खोदकर नदी किनारे डंप को आसानी से देखा जा सकता है । वहीं आम लोगों को मनमानी कीमत पर बेचा भी जा रहा है । रेत चोरों ने ट्रैक्टर ले जाने अपने अलग रास्ते बनाए हैं वहां अलग जंगल राज है । देर शाम से रात को या खेल अनवरत जारी रहता है । प्रतिदिन सरकंडा की सड़कों पर रेत की परत बिछी हुई आप आसानी से देख सकते हैं । जिससे छोटे गाड़ी मोटरसाइकिल वालो के लिए हमेशा दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है । आज हमारी अरपा खून के आंसू रो रही है ।आखिर वो अपनी दर्द किससे बयां करे ।

अरपा के हितैषी भी महज खानापूर्ति कर रहे हैं । कोशिश न करे जिला प्रशासन सो रहा हैं । सारा खेल मिलीभगत का है खनिज विभाग कार्रवाई करने में अपनी प्रयास जारी रखने का दांवा कर रही है । लेकिन उनका सुनता कौन है रेत माफियाओं के हाथ बहुत लंबे हैं । एक पर्ची से दो से पांच बार ढुलाई करने बगैर पर्ची के रेत ने स्वीकृत एरिया से बाहर खुदाई सहित अनेक गड़बड़ियों के कर रहे हैं । कहने को खनिज विभाग ने बतौर जुर्माना भी वसूल किया है ,बावजूद घाट संचालक व रेत माफियाओं की मिलीभगत से पूरा काम अनवरत जारी है ।

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