एसईसीएल बुड़बुड़ प्रबंधन के मनमाने एवं अड़ियल रवैये पर आखिर कब आएगा सुधार..?

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एसईसीएल बुड़बुड़ प्रबंधन के मनमाने एवं अड़ियल रवैये पर आखिर कब आएगा सुधार..?

भुवन वर्मा बिलासपुर 13 अप्रैल 2021

एसईसीएल खदान में कार्यरत स्थानीय चालकों को निकालकर लाकडाउन में बाहरी प्रांत के चालकों को बुलाकर सौंपा जा रहा काम, निकाले गए चालक मुखर होकर आंदोलन पर बैठे

कोरबा । एसईसीएल की सराईपाली परियोजना अंतर्गत बुड़बुड़ में संचालित खदान प्रबंधन के अड़ियल एवं मनमाने कार्य रवैये पर आखिर क्यों लगाम नही लग पा रहा जो पहले स्थानीय जनप्रतिनिधि व राजनेताओं की बातों को अनसुना करते रहे तथा अब कोरोना संक्रमण के बेतहाशा प्रसार की रोकथाम हेतु जिला प्रशासन द्वारा वर्तमान लाकडाउन में जारी कोविड दिशा- निर्देश को ठेंगा दिखाते हुए खदान के भीतर कार्यरत आसपास के स्थानीय चालकों को काम से निकालते हुए बाहरी प्रांत एवं दूसरे जिलों के लोगों को बुलाकर वाहन चालन के काम पर रखा जा रहा है।जिससे क्षुब्ध स्थानीय वाहन चालको ने एकजुट होकर आंदोलन कर दिया है।

खदानों एवं संयंत्रों के अंदर अभी भी नहीं हो रहा है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बसों में ठोस ठोस कर ले जा रहे हैं वर्करों को

ज्ञात हो कि एसईसीएल द्वारा बुड़बुड़ में खदान का विस्तार के साथ लगभग 12 सौ भू प्रभावित खातेदारों में जो खाताधारक बेरोजगार रह गए थे उन्हें कोयला उत्खनन में 20 प्रतिशत कार्य दिए जाने की मांग पर प्रबंधन द्वारा मानदेय में उन बेरोजगार प्रभावित ग्रामीणों को काम पर रखा गया है जिसमे अधिकतर वर्ग वाहन चालक का काम कर रहे है।लेकिन एसईसीएल प्रबंधन द्वारा कार्यरत उन वाहन चालकों को आज एकाएक काम से निकालते हुए अन्य जिलों तथा छत्तीसगढ़ से बाहर के लोगों को वर्तमान में बुलाकर बगैर बीमा फार्म भरवाए तथा उपस्थिति दर्शाए आनन फानन में वाहन चालक का काम सौंपा जा रहा है जो स्थानीय चालकों के समझ से परे है जबकि नियमतः पूर्व से कार्यरत मानदेय कर्मियों को काम से निकाले जाने की वजह के अलावा नए कर्मियों को काम पर रखने से पहले उनके दुर्घटना बीमा की औपचारिता पूर्ण करने के साथ हाजरी रजिस्टर में भी उपस्थिति दर्ज कराने पश्चात कार्य पर रखा जाना निर्धारित है किंतु उक्त नियम को एसईसीएल प्रबंधन खुद तोड़ने पर आमादा है इसके अलावा जिले की मुखिया, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा वर्तमान कोरोना संक्रमण को लेकर जारी कोविड प्रोटोकाल के अनुसार जिले के खदानों में अन्य जिले से आने वाले कर्मियों को कार्य पर नियोजित करने से पहले होम आइसोलेशन पर रखा जाना है वही कार्यरत कर्मियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क लगाया जाना तथा खदान में सेनिटाइजर की आवश्यक रूप से उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना निर्धारित है जबकि बुड़बुड़ प्रबंधन पूर्ण लाकडाउन के इस हालात में कलेक्टर आदेश को बत्तीसी दिखाते हुए बाहरी वाहन चालकों को बुलाकर सीधे काम पर रख रहा है जहां मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिन व सेनिटाइजर की उपलब्धता वाले निर्देश की धज्जियां उड़ाकर रख दी गई है।दुसरी ओर वाहन चालक से निकाले गए आसपास के चालक जो अचानक काम से निकाले जाने को लेकर मुखर हो गए है तथा खदान के भीतर दोपहर से दर्जनों की संख्या मे आंदोलन पर बैठ गए है जो खबर लिखे जाने तक उन्हें काम पर वापस लिए जाने की बात को लेकर खदान में जमे हुए है।देखना है शासन- प्रशासन के कोविड दिशा- निर्देश का उलंघन कर आन्दोलनरूपी भीड़ इकट्ठा करने के जिम्मेदार बुड़बुड़ प्रबंधन पर क्या कार्यवाही की जाती है।

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