पीएम ने किया केवड़िया से विभिन्न रेल कनेक्टिविटी का उद्घाटन

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पीएम ने किया केवड़िया से विभिन्न रेल कनेक्टिविटी का उद्घाटन

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली – रेल्वे के इतिहास में संभवत: पहली बार ऐसा हो रहा है जब एक साथ देश के अलग-अलग कोने से एक ही जगह के लिये इतनी ट्रेनों का हरी झंडी दिखाई गयी हो। केवड़िया जगह भी तो ऐसी है, इसकी पहचान देश को एक भारत, श्रेष्ठ भारत का मंत्र देने वाले सरदार पटेल की दुनियाँ की सबसे ऊंँची प्रतिमा से है। केवड़िया रेल कनेक्टिविटी से आदिवासी भाई बहनों का जीवन भी बदलने जा रहा है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवड़िया को देश के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने वाली आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के दौरान कही। उन्होंने इसे ऐतिहासिक दिन करार देते हुये कहा कि पहली बार किसी एक जगह के लिये एक साथ आठ ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गयी है। पीएम ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने आने वाले पर्यटकों के लिये यह कनेक्टिविटी फायदेमंद होगी लेकिन इससे केवड़िया के आदिवासी समुदाय के जीवन को बदलने में भी मदद मिलेगी। पर्यटन के नक्शे पर केवड़िया का विकास वहांँ के आदिवासी समुदाय के लिये नौकरी और स्वरोजगार के नये अवसर लायेगा। रेल्वे की इन परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर रेल मंत्री पीयूष गोयल, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी समेत सभी संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मौजूद थे। पीएम ने कहा कि केवड़िया देश का पहला ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेट वाला स्टेशन बन गया है। पीएम मोदी ने तमिलनाडु के दिवंगत पूर्व मुख्‍यमंत्री एमजी रामचंद्रन को उनकी जयंती पर याद किया और श्रद्धांजलि दी। उन्‍होंने कहा कि हम एमजीआर के आदर्शों का पूरा करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि आज केवड़िया के लिए निकल रही ट्रेनों में एक ट्रेन पुरैच्ची तलैवर डॉ. एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से भी आ रही है। ये भी सुखद संयोग है कि आज भारत रत्न एमजी रामचंद्रन की जयंती भी है। वहीं पीएमओ ने कहा है कि इन परियोजनाओं से निकटवर्ती जनजातीय इलाकों में विकास कार्यों को गति मिलेगी। नर्मदा नदी के तटों पर स्थित महत्‍वपूर्ण धार्मिक और प्राचीन तीर्थस्‍थलों तक संपर्क कायम किया जा सकेगा. घरेलू और अंतर्राष्‍ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यह क्षेत्र के समूचे सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये महत्‍वपूर्ण साबित होगा। इसके साथ-साथ इससे नये रोजगार और व्‍यावसायिक अवसरों के विकास में भी मदद मिलेगी।
गुजरात में स्थित दुनियाँ की सबसे ऊंँची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के दीदार को और भी आसान बनाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये गुजरात के केवड़िया के लिये वाराणसी , दादर , दिल्ली , अहमदाबाद ,रींवा और चेन्नई श्रेणियों से एक्सप्रेस ट्रेनों को रवाना किया।अहमदाबाद-केवड़िया जनशताब्दी ट्रेन में एक विस्टाडोम कोच भी है , इसे विशेष रूप से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये ट्रेन की यात्रा को सुंदर और यादगार बनाने के लिये बनाया गया है। इसके साथ ही पीएम ने दभोई-चांचोड़ आमान परिवर्तन, चांचोड़-केवड़िया आमान परिवर्तन नवनिर्मित प्रतापनगर-केवड़िया खंड के विद्युतीकरण और दभोई, चांचोड़ और केवड़िया स्टेशनों की नई इमारतों का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर, रविंद्र जायसवाल, डाॅ. नीलकंठ तिवारी, एमएलसी आशुतोष सिन्हा, लक्ष्मण प्रसाद आचार्य, अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, डॉ. अवधेश सिंह, सुरेंद्रनारायण सिंह और वाराणसी की मेयर मृदुला जायसवाल हैं मौजूद रहे।

इन ट्रेनों को मिली हरी झंडी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिन आठ ट्रेनों को हरि झंडी दिखायी उनमें 09103/04 केवडिया से वाराणसी महामना एक्सप्रेस (साप्ताहिक) ,02927 / 28 दादर से केवडिया दादर केवडिया एक्सप्रेस (प्रतिदिन) , 09247/ 48 अहमदाबाद से केवडिया, जनशताब्दी एक्सप्रेस (प्रतिदिन) , 09145 / 46 केवडिया से हजरत निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस (सप्ताह में 2 दिन) 09105 / 06 केवडिया से रेवा, केवडिया रीवा एक्सप्रेस (साप्ताहिक) , 09119 / 20 चेन्नई से केवडिया, चेन्नई केवडिया एक्सप्रेस (साप्ताहिक) ,09107 / 08 प्रतापनगर से केवड़िया मेमोरियल ट्रेन (प्रतिदिन) और 09109/10 केवडिया से प्रतापनगर मेमू ट्रेन (प्रतिदिन) शामिल है।

स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पहुँचना आसान

इस ट्रेन के चलने से दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के अन्य शहरों के लोगों को स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने जाने में आसानी होगी। अभी वहां तक सीधी ट्रेन नहीं थी, लोगों को वडोदरा के बाद सड़क मार्ग से जाना पड़ता था। अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल यह भी अन्य ट्रेनों की तरह विशेष ट्रेन के रूप में चलेगी। यात्रियों को भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम लिमिटेड की वेबसाइट या मोबाइल एप से टिकट बुक कराना होगा।

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