कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुँची छत्तीसगढ़
कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुँची छत्तीसगढ़
भुवन वर्मा बिलासपुर 13 जनवरी 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — कोरोना महामारी से निपटने के लिये एयर कार्गो की विमान में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर पर लैंड हुई। स्वास्थ्य विभाग ने हवाई अड्डे से राज्य वैक्सीन भंडार तक टीकों के परिवहन के लिये इंसुलेटेड वैक्सीन वैन की व्यवस्था की थी , जिसमें टीकों को 02 डिग्री सैल्सियस से 08 डिग्री सेल्सियस तक के अनुकुलित तापमान में रखा गया। राज्य वैक्सीन भंडार से इंसुलेटेड वैक्सीन वैन के जरिये ही सभी जिलों में ये टीके भेजे जायेंगे। इसके लिये एक राज्य स्तरीय , तीन क्षेत्रीय , और 27 जिला स्तरीय कोल्ड चेन पाइंट बनाये गये हैं। अधिकारियों का कहना है, प्रदेश में टीकों के सुरक्षित भंडारण व परिवहन के लिये अभी 630 क्रियाशील कोल्ड चेन पॉइंट एवं 85 हजार लीटर से अधिक कोल्ड चेन स्पेस उपलब्ध है। इनके साथ ही 81 अतिरिक्त कोल्ड चेन पॉइंट भी स्थापित किये गये हैं। वैक्सीन के परिवहन के लिये 01 हजार 311 कोल्ड-बॉक्स उपलब्ध हैं। सीरिंज, नीडल एवं अन्य सामग्रियों के भंडारण के लिये 360 ड्राई-स्टोरेज भी बने हैं। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर के अनुसार प्रदेश में टीकाकरण के लिये 1349 बूथ चिन्हित किये गये हैं। इन केंद्रों पर कुल दो लाख 67 हजार 399 स्वास्थ्यकर्मियों , मितानिनों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं , राज्य व केंद्रीय कर्मचारियों तथा सशस्त्र बलों को कोरोना के टीके लगाये जायेंगे। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री की गयी है। इसके लिये पूरे राज्य में 99 वैक्सीनेशन केन्द्र चिन्हांकित किये हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुये राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डाॅ प्रियंका शुक्ला ने बताया कि वैक्सीनेशन केन्द्र राज्य के मेडिकल कालेजों ,जिला अस्पतालों , कुछ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और निजी अस्पतालों में स्थापित किये गये हैं। कोविन एप में राज्य के सभी हेल्थ केयर वर्कर का डाटा रजिस्टर कर लिया गया है। रजिस्टेशन के लिये कोई भी फोटो युक्त पहचान पत्र की आवश्यकता होगी। पात्र लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वैक्सीनेशन की जगह , समय और तारीख का संदेश भेजा जायेगा। वैक्सीन लगाने के बाद व्यक्ति को आधे घंटे तक निरीक्षण कक्ष में रखा जायेगा और तबीयत खराब लगने पर तुरंत उपचार की व्यवस्था की जायेगी। वैक्सीन लगाने वाले वैक्सीनेटर को भी समुचित प्रशिक्षण दिया गया है , एक वैक्सीनेटर एक दिन में 100 लोगों को टीका लगायेगा। वैक्सीन की पहली खुराक के 28 दिनों के अंदर दूसरी खुराक लेना होगा। इसके दो सप्ताह के अंदर आम तौर पर एंटीबाडी का सुरक्षात्मक स्तर विकसित होता है। वैैैक्सीन लगाने के बाद भी कोविड अनुरूप व्यवहार करना आवश्यक होगा जिससे कोरोना के खतरे को कम किया जा सकेगा।
सोलह जनवरी से शुरू होगा टीकाकरण अभियान
वैश्विक कोरोना महामारी से निपटने के लिये टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से शुरू हो रहा है। इस पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगना है। इस चरण के लिये छत्तीसगढ़ में पहले दिन 99 बूथों से टीकाकरण की शुरुआत होगी। आवश्यकता महसूस होने पर केंद्रों की संख्या बढ़ायी जायेगी। पहले चरण के बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगना है। पचास वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लग जाने के बाद 50 वर्ष से कम ऐसे लोगों पर फोकस होगा जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। उनको भी चिन्हित कर कोविन एप में पंजीकृत किया जायेगा।