कोरोना के बीच खुला पुरी जगन्नाथजी का मंदिर

कोरोना के बीच खुला पुरी जगन्नाथजी का मंदिर
भुवन वर्मा बिलासपुर 23 दिसंबर 2020

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
जगन्नाथपुरी — वैश्विक कोरोना कोविड-19 महामारी के बीच करीब नौ महीने बंद रहने के बाद आखिरकार श्री जगन्नाथ मंदिर आज खुल गया लेकिन आम जनता को भगवान बलभद्र , देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का दर्शन तीन जनवरी से ही हो पायेगा। अधिकारियों के मुताबिक सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिये सुबह सात बजे मंदिर के द्वार खोले गये , इस दौरान कोविड-19 से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन किया गया।
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी के कारण मंदिर मध्य मार्च से बंद था. 12वीं शताब्दी के भगवान विष्णु के मंदिर के द्वार इतिहास में पहली बार भक्तों के लिये बंद किये गये थे। अधिकारियों के मुताबिक पहले तीन दिन 23, 24 और 25 दिसम्बर को केवल सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों को दर्शन करने की अनुमति होगी , फिर 26 से 31 दिसम्बर के बीच केवल पुरी के निवासी भगवान के दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद नव वर्ष पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने के मद्देनजर एक और दो जनवरी को मंदिर को फिर बंद कर दिया जायेगा। तीन जनवरी से मंदिर के द्वार सभी श्रद्धालुओं के लिये पुन: खुल जायेंगे। तीन जनवरी से आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना वायरस से संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली रिपोर्ट दिखानी होगी। वहीं पुरी के निवासियों से कोविड-19 की जांँच रिपोर्ट ना मांँगे जाने के सवाल पर अधिकारी ने कहा कि प्रशासन स्थानीय लोगों में कोरोना वायरस की स्थिति से अवगत हैं इस कारण उन्हें संक्रमित ना होने की पुष्टि के लिये कोविड-19 की जांँच रिपोर्ट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। इस दौरान 65 साल से अधिक आयु के सदस्य तथा 10 साल से कम आयु के बच्चों को फिलहाल श्रीमंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।
About The Author
