केदारनाथ सहित चारो धाम के पट परंपरानुसार बंद

0
IMG-20201116-WA0065

केदारनाथ सहित चारो धाम के पट परंपरानुसार बंद

भुवन वर्मा बिलासपुर 17 नवंबर 2020

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

देहरादून — केदारनाथ धाम की यात्रा पर अब से विराम लग गया। पहाड़ियों में घटते तापमान और बर्फबारी के बीच केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद हो चुके हैं। यह मंदिर गौरीकुंड से लगभग 22 किलोमीटर ऊपर की ओर ट्रेक पर मंदाकिनी नदी के पास गढ़वाल हिमालय श्रृंखला में स्थित है। केदारनाथ मंदिर में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को तड़के सुबह पूजा अर्चना कर मंदिर पट बंद होने के साक्षी बने। मंदिर पट बंद होने के बाद बाबा केदारनाथ की डोली अपने शीत प्रवास ऊखी मठ के लिये रवाना हुई।वहीं केदारनाथ धाम में लगातार भारी बर्फबारी होने से सीएम योगी व त्रिवेंद्र सिंह रावत फंँसे रहे। बर्फबारी से केदारनगरी चाँदी जैसी सफेद हो गई है और यहाँ ठंड बढ़ गई है। दोनों मुख्यमंत्रियों को कपाट बंद होते ही बद्रीनाथ के लिये उड़ना था। इस बर्फबारी में हेलीकॉप्टर का उड़ना संभव नही रहा , इसलिये वे मौसम सही होने का इंतजार किये। मौसम साफ होते ही दोनो मुख्यमंत्री बद्रीनाथ धाम पहुँचकर भगवान बद्रीविशाल का पूजा अर्चना किये। बद्रीनाथ धाम में भी बर्फबारी देखने को मिली। काफी संख्या में बद्रीनाथ मंदिर पहुँचे श्रद्धालुओं ने बर्फबारी का आनंद लिया। भारी बर्फबारी के कारण जम्मू कश्मीर की मुगल रोड बंद हो गयी है. इसके अलावा जम्मू कश्मीर के जवाहर टनल क्षेत्र में हुये बर्फबारी के कारण जम्मू श्रीनगर नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया। बद्रीनाथ धाम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तरप्रदेश के पर्यटक आवास गृह का शिलान्यास किया गया। देवदर्शनी और हेलीपैड के समीप यूपी टूरिज्म का यह पर्यटक आवास गृह 11 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से बनेगा जो आधुनिक सुविधा से युक्त होगा। बद्रीनाथ धाम में कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के लिये और उत्तराखंड सीएम त्रिवेन्द्र सिंह देहरादून के लिये रवाना हुये। इसके पहले अपने दो दिवसीय यात्रा में उत्तराखंड पहुँचे यूपी सीएम योगी की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर आगवानी की। तत्पश्चात दोनो मुख्यमंत्री केदारनाथ के लिये रवाना हुये। वहाँ एमआई-17 हेलीपैड पर जिलाधिकारी मंजुल गोयल, एसपी नवनीत सिंह, देवस्थानम बोर्ड के बीडी सिंह, तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने दोनों अतिथियों की अगवानी की। मंदिर परिसर में भगवान नंदी की मूर्ति पर मत्था टेका। इसके बाद दोनों लोगों ने बाबा केदार के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद सीएम योगी ने तीर्थपुरोहितों के लिये बनाये जा रहे भवन, मंदाकिनी व सरस्वती नदी किनारे बनाया गया आस्था पथ, संगम पर निर्मित घाट और केदारनाथ मंदिर के पीछे आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल के पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री रावत ने उन्हें केदारनाथ में अभी तक हुये पुनर्निर्माण कार्यों व प्रस्तावित कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। सीएम योगी ने केदारनाथ में हो रहे कार्यों को लेकर उत्तराखंड शासन, स्थानीय प्रशासन और कार्यदायी संस्थाओं के कार्य की प्रशंसा की। बाबा केदारनाथ की सायंकालीन पूजा में दोनो मुख्यमंत्री शामिल होने के बाद वहीं रात्रि विश्राम किये।

12 वर्ष बाद केदारनाथ पहुंँचे योगी 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वे 12 वर्ष पूर्व केदारनाथ बाबा के दर्शनों को आये थे। आज, पुन: यहांँ पहुंँचकर धन्य हो गये हैं। केदारनाथ धाम भारतवर्ष की धार्मिकता का प्रतीक है। योगी के बाबाधाम पर पहुंँचने पर समूची केदारपुरी जय श्रीराम के नारों से गूंँज उठी।

चारो धाम के कपाट बंद

विशेष रूप से उत्तरकाशी में गंगोत्री मंदिर के पट रविवार को सर्दियों के मौसम के लिये बंद कर दिये गये थे और केदारनाथ, यमुनोत्री के पट सोमवार को सुबह परंपरागत पूजा अर्चना पश्चात बंद हुये। वहीं अब 19 नवंबर को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी बंद हो जायेंगे।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *