मुख्यमंत्री ने किया 23 नवीन तहसीलों का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने किया 23 नवीन तहसीलों का शुभारंभ
भुवन वर्मा बिलासपुर 11 नवम्बर 2020
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — तहसीलों के पुनर्गठन को लेकर आम जनता की बहुप्रतिक्षित माँग को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप प्रदेश शासन द्वारा मूर्तरूप दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में प्रदेश के 23 नवीन तहसीलों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नई तहसीलों के बनने से जिलों में राजस्व प्रशासन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, विकास कार्यों को गति मिलेगी और आम जनता को प्रशासनिक सुविधायें बेहतर ढंग से मिल सकेंगी। इसके साथ ही किसानों और जनहितकारी योजनाओं के हितग्राहियों को बेहतर सेवा और जतन का लाभ भी मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने शुभारंभ समारोह में 23 नवीन और 04 पुरानी तहसीलों कुल 27 तहसीलों की कार्यालय भवन निर्माण के लिये कुल 19 करोड़ 20 लाख रूपये और सभी तहसील कार्यालयों में एक-एक वाहन की व्यवस्था के लिये कुल 01 करोड़ 75 लाख रूपये की मंजूरी की घोषणा की। प्रत्येक तहसील कार्यालय भवन का निर्माण 71.12 लाख रूपये की लागत से किया जायेगा। इसी तरह वाहन क्रय के लिये 06 लाख 50 हजार रूपये के मान से राशि स्वीकृत की गई है। इन 23 नवीन तहसीलों का गठन राज्य के 15 जिलों में जनसुविधा को ध्यान में रखते हुये किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि नई सरकार के गठन के बाद स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2019 को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही नया जिला और 25 नई तहसीलों की घोषणा की गई थी। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला 10 फरवरी 2020 को बना और वहांँ 500 करोड़ रूपये के अधिक के विकास कार्यों की स्वीकृति दी गयी जिससे नये जिले में विकास कार्यों को गति मिली। घोषित की गयी 25 नई तहसीलों में से आज एक साथ 23 नई तहसीलों का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सभी नई तहसीलों के निवासियों को बधाई एवं प्रदेशवासियों को दीपावली पर्व की बधाई देते हुये कहा कि इस बार दीवाली कोरोना कोविड-19 महामारी के साये में मनायी जा रही है।
त्यौहारों की उमंग के साथ कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सावधानी और सुरक्षा उपायों का पालन जरूरी है। मुख्यमंत्री ने दीपावली के शुभ अवसर पर प्रदेशवासियों से परंपरागत रूप से कार्य करने वाले शिल्पियों द्वारा निर्मित मिट्टी के दीये, मूर्तियों, पूजन सामग्री, गौठानों में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्रियों और पकवानों का क्रय कर उन्हें प्रोत्साहन देने की अपील करते हुये कहा कि इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। नवगठित तहसीलों में रायपुर जिले में दो नवीन तहसीलें खरोरा और गोबरा नवापारा, धमतरी जिले में एक नवीन तहसील भखारा, दुर्ग जिले में दो नवीन तहसील बोरी और भिलाई-3, राजनांदगांव जिले में एक नवीन तहसील गंड़ई, बालोद जिले में एक नवीन तहसील अर्जुन्दा, बिलासपुर जिले में तीन नवीन तहसील सकरी, रतनपुर और बेलगहना, मुंगेली जिले में एक नवीन तहसील लालपुर थाना, जांँजगीर-चांँपा जिले में तीन नवीन तहसील सारागांँव, बम्हनीडीह और बाराद्धार, कोरबा जिले में दो नवीन तहसील दर्री और हरदीबाजार, सरगुजा में एक नवीन तहसील दरिमा, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में दो नवीन तहसील रामचन्द्रपुर और सामरी, कोरिया जिले में एक नवीन तहसील केल्हारी, सूरजपुर जिले एक नवीन तहसील लटोरी, जशपुर जिले में एक नवीन तहसील सन्ना और सुकमा जिले में एक नवीन तहसील गादीरास गठित की गयी है।
नवीन तहसीलों के गठन की अधिसूचना राजपत्र में प्रकाशित होने के साथ ही ये तहसीलें प्रभावशील हो गयी हैं।नवीन तहसीलों के शुभारंभ कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधायक मोहन मरकाम, धनेन्द्र साहू, पुरूषोत्तम कंवर, श्रीमती रश्मी सिंह, श्रीमती अनिता शर्मा, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रामगोपाल अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय श्री राजेश तिवारी और श्री विनोद वर्मा उपस्थित थे।