पुरी में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का दो दिवसीय तृतीय चरण कल से
पुरी में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का दो दिवसीय तृतीय चरण कल से
भुवन वर्मा बिलासपुर 10 अक्टूबर 2020
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
जगन्नाथपुरी — शिवा वतार भगवत्पाद आदि शंकराचार्य जी ने आज से 2507 वर्ष पूर्व इस पवित्र भारत भूमि में प्रकट होकर सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना की थी। सनातन धर्म की सतत् रक्षा के लिये चार आम्नाय पीठों की स्थापना की। आज भी सर्वत्र वही स्थिति दृष्टिगोचर है , सनातन संस्कृति की अवहेलना से संकट की स्थिति निर्मित हो रही है। परमात्मा जिस पावन भूमि में स्वयं अवतार लेकर धर्म की रक्षा करते हैं , उसी देश में सनातन संस्कृति के प्रति उदासीनता दिख रही है ,हम अपने सनातन मानबिन्दुओं से विमुख हो चुके हैं। सारा विश्व आश्चर्य चकित है कि जहांँ का वैदिक शास्त्रसम्मत सिद्धांत इतना उन्नत है जोकि स्वयं वेद में सन्निहित ज्ञान विज्ञान से लाभान्वित होकर सबको मार्ग दिखा सकता है , वह खुद दिग्भ्रमित है। आज भी सनातन संस्कृति की रक्षा के लिये आशा की किरण है। शंकराचार्य परम्परा में मान्य चार पीठों में से एक ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्धनमठ पुरीपीठ के श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वती जी महाभाग सनातन धर्म की ध्वज पताका भारत के साथ साथ पूरे विश्व में फहराने के लिये निरन्तर अभियान संचालित कर रहे हैं। इस कोरोना संकटकाल में सम्पूर्ण मानव समुदाय जहांँ अपने अस्तित्व की रक्षा के लिये जूझ रहा है वहीं पुरी शंकराचार्य जी श्रीगोवर्धन मठ के माध्यम से गुरु , ग्रंथ एवं गोविंद की शक्ति से आधुनिक यांत्रिक विधा से पूरे विश्व को जोड़कर सभी वर्तमान समस्या के निराकरण के लिये हर काल , हर परिस्थिति में प्रासंगिक सनातन वैदिक सिद्धांत के पालन हेतु प्रेरित कर रहे हैं। सम्पूर्ण विश्व में बिखरे हुये हिन्दू धर्मावलंबियों के वर्णाश्रम व्यवस्था की शक्ति से परिपूर्ण मेघाशक्ति , रक्षाशक्ति , वाणिज्य शक्ति एवं श्रमशक्ति को हिन्दू राष्ट्र संघ की अवधारणा से एकजुट किया जा रहा है , जिसका पवित्र उद्देश्य भारत में पुनः सनातन संस्कृति के अनुरूप शासन-व्यवस्था हो , आदर्श राज्य की स्थापना हो , जो सम्पूर्ण विश्व के मानव जगत के कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सके। हमारे हिन्दू धर्म में वसुधैव कुटुंबकम् एवं सर्वे भवन्तु सुखिन: की अवधारणा है जिसमें सज्जनों के साथ साथ दुर्जन व्यक्तियों के कल्याण की भावना भी सन्निहित है। श्रीगोवर्धन मठ पुरी से संचालित हिन्दू राष्ट्र संघ अधिवेशन के दो चरण पूर्ण हो चुके हैं , जिसमें सभी महाद्वीपों के लगभग 30 से अधिक प्रमुख देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर हिन्दू राष्ट्र संघ के गठन एवं मान्यता के लिये सहमति प्रदान की है। कल रविवार से अधिवेशन का दो दिवसीय तृतीय चरण प्रारंभ हो रहा है जिसमें विभिन्न 10 देशों के प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे। दोनों दिन सायं 05:30 बजे से प्रारंभ होने वाले अधिवेशन का फेसबुक एवं यूट्यूब के माध्यम से सीधा प्रसारण जन सामान्य को सुलभ रहेगा।