सनातन विचारधारा व एकात्म मानववाद के युग पुरुष थे प दीनदयाल उपाध्याय : कौशिक
सनातन विचारधारा व एकात्म मानववाद के युग पुरुष थे प दीनदयाल उपाध्याय : कौशिक
भुवन वर्मा बिलासपुर 25 सिंतबर 2020
बिलासपुर / चकरभाठा । आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती कार्यक्रम अनुराग विद्या मंदिर चकरभाठा में आयोजित किया गया । उक्क्त अवसर में प,दीनदयाल उपाध्याय के तैलचित्र पर माल्यार्पण ,दीप प्रज्वलित कर, पूजन आरती करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। इस अवसर पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार कौशिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक थे. उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानव दर्शन जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी. पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने एकात्म मानववाद के दर्शन पर श्रेष्ठ विचार व्यक्त किए हैं. उन्होंने अपनी पुस्तक एकात्म मानववाद (इंटीगरल ह्यूमेनिज्म) में साम्यवाद और पूंजीवाद, दोनों की समालोचना की गई है. एकात्म मानववाद में मानव जाति की मूलभूत आवश्यकताओं और सृजित कानूनों के अनुरुप राजनीतिक कार्रवाई हेतु एक वैकल्पिक सन्दर्भ दिया गया है. दीनदयाल उपाध्याय का मानना है कि हिन्दू कोई धर्म या संप्रदाय नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय संस्कृति हैं.कार्यक्रम में श्लोमश राम कौशिक, कृष्ण कुमार कौशिक अध्यक्ष प्रबंध समिति संस्था प्रमुख श्रीमति मंजुला कौशिक, अनुराग कुमार कौशिक,,नवनीत कौशिक,आयुष कौशिक सहित परिजन उपस्थित रहे।
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