भाजपा की सदस्यता परीक्षा : आठ सांसद फेल, 50 फीसदी भी नहीं बना पाए, एक राज्यसभा सांसद ने बनाए 424
रायपुर। प्रदेश में भाजपा संगठन के सदस्यता अभियान की डेडलाइन यूं तो खत्म हो गई है, लेकिन दिल्ली में 22 नवंबर को होने वाली बैठक के कारण अभी सदस्य बनाने का क्रम चल रहा है। प्रदेश के दिग्गज सांसद विजय बघेल, संतोष पांडेय के साथ पहली बार सांसद बने बृजमोहन अग्रवाल के साथ कुल 8 सांसद 20 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा नहीं कर सके हैं। इनके खाते में दस हजार सदस्य भी नहीं हैं।
राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह के खाते में पांच सौ से भी कम सदस्य हैं, उन्हें भी 20 हजार सदस्य बनाने थे। इसी के साथ प्रदेश के एक दर्जन विधायक भी अपना दस हजार का लक्ष्य पूरा नहीं कर सके हैं। इनमें राजधानी रायपुर के दो विधायक राजेश मूणत और मोतीलाल साहू भी शामिल हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने रायपुर प्रवास में इस मामले में नाराजगी भी जताई थी। इसके बाद वे एक बार लक्ष्य पूरा न करने वालों की ऑनलाइन क्लास भी ले चुके हैं, पर फिर भी कई सांसदों और विधायकों ने सदस्यता का लक्ष्य पूरा नहीं किया है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने दो सितंबर से देशभर में सदस्यता अभियान प्रारंभ किया है। छत्तीसगढ़ संगठन को जहां 60 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है, वहीं सांसद, विधायकों के साथ प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों का भी लक्ष्य तय किया गया। सांसदों के लिए 20-20 हजार और विधायकों के लिए 10- 10 हजार का लक्ष्य तय किया गया है।
रायपुर के विधायक भी फिसड्डी
प्रदेश में भाजपा के 54 विधायक हैं। इनमें से मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह सहित 40 से ज्यादा विधायकों ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है। करीब एक दर्जन विधायक अब भी अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाए हैं। इसमें राजधानी रायपुर के भी दो विधायक राजेश मूणत और मोतीलाल साहू शामिल हैं। रायपुर उत्तर के विधायक पूरंदर मिश्रा ने अपना लक्ष्य पूरा कर लिया है।
तीन सांसद ही कर सके लक्ष्य पूरा
प्रदेश में भाजपा के 10 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद हैं। इसमें से तीन सांसद ही अपना लक्ष्य पूरा सके। सबसे पहले केंद्रीय मंत्री और बिलासपुर के सांसद तोखन साहू ने 20 हजार का लक्ष्य पूरा किया। इसके बाद महासमुंद की सांसद और सदस्यता अभियान समिति की सदस्य रुपकुमारी चौधरी ने लक्ष्य पार किया और फिर सरगुजा के सांसद चिंतामणी महाराज लक्ष्य पूरा करने वाले तीसरे सांसद बने।
सांसद दस हजार तक भी नहीं पहुंचे
■ प्रदेश के मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों ने किया लक्ष्य पूरा
■ तोखन साहू, रूप कुमारी चौधरी और चिंतामणि महराज लक्ष्य पूरा करने वाले सांसद
■ पुरंदर मिश्रा लक्ष्य पूरा करने वाले राजधानी के पहले विधायक
सांसद
■ लक्ष्य पूरा करने के लिए अब 22 नवंबर तक का समय