प्रदेश में धमतरी-जगदलपुर मार्ग फोरलेन बनेगा: 12 हजार करोड़ में बिछेगा सड़कों का जाल, कनेक्टिविटी होगी और मजबूत
रायपुर/ छत्तीसगढ़ में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। प्रदेश में आने वाले समय में लगभग 12 हजार करोड़ रुपए की सड़कों का निर्माण होगा। केंद्र सरकार ने इन सड़कों को बनाने के लिए राशि मंजूर कर दी है। इस राशि से चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास किया जाएगा, जो राज्य की कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगा।
इसके अलावा केंद्रीय सड़क निधि के तहत 908 करोड़ के आठ कार्यों को स्वीकृति मिल चुकी है। जिसमें केशकाल घाट व धमतरी-जगदलपुर मार्ग के चार लेन चौड़ीकरण प्रमुख है। इसके अलावा एनएचएआई के तहत रायपुर-विशाखापट्टनम एवं बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग को तय समय में पूरा कर लिया जाएगा।
पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग को दो माह के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा। अन्य सड़कों के विकास के लिए 1200 करोड़ की अतिरिक्त राशि की स्वीकृति मिली है।
ये है प्रमुख परियोजनाएं
908 करोड़ के 8 कार्यों की मंजूरी केशकाल घाट फोरलेन चौड़ीकरण: मंजूरी 1 महीने में। धमतरी-जगदलपुर मार्ग का फोरलेन चौड़ीकरण: इससे दक्षिण छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रायपुर-विशाखापटनम व बिलासपुर-उरगा-पत्थलगांव मार्ग पत्थलगांव से कुनकुरी-झारखंड बॉर्डर मार्ग: इसके लिए एजेंसी का चयन एक महीने में किया जाएगा। फायदा: सीमा क्षेत्र की कनेक्टिविटी को मजबूत करेंगे। रायपुर में टाटीबंध से तेलीबांधा के बीच सरोना, उद्योग भवन और तेलीबांधा में ग्रेड सेपरेटर बनेगा। विधानसभा रोड से बिलासपुर रोड (धनेली) और रायपुर-धमतरी मार्ग पर ग्रेड सेपरेटर: दोनों स्थानों पर निर्माण की सहमति। यातायात का दबाव कम होगा। इन सड़कों के लिए मिले 900 करोड़: इसके तहत बेमेतरा, मुंगेली, राजनांदगांव, जशपुर, बिलासपुर और खैरागढ़ जिलों में 8 राज्य सड़क खंड के विकास कार्य के लिए यह स्वीकृति दी गई है।
- प्रमुख परियोजनाएं: {उरगा-कोरबा कटघोरा रिंग रोड (42.1 किमी): 1,593 करोड़ रुपए
- बसना से सारंगढ़ (33 किमी): 490 करोड़ रुपए
- सारंगढ़ से रायगढ़ (56 किमी): 825 करोड़ रुपए
- रायपुर-लखनादोन इकोनोमिक कॉरिडोर (105 किमी) – 6,300 करोड़ रुपए