गांव हो या शहर चारों ओर कोरोना का कहर : धुरंधर

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भुवन वर्मा बिलासपुर 10 जून 2020


बलौदाबाजार- टेसू लाल धुरंधर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि
आज़ हम वैश्विक महामारी कोरोना काल से गुजर रहे हैं । गांव हो या शहर चारों ओर कोरोना के कहर का ही समाचार है।देश में लाखों लोग संक्रमित व हजारों लोग काल कवलित हो चुके हैैं .इसी प्रकार अपने प्रदेश में भी हजारों लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैैं तो कुछ लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं .स्थिति की भयावहता से लोग चिंतित व घबराहट में हैं . सरकार की अपनी तैयारी है.तैयारी में कमियां भी है और सुधार की गुंजाइश भी . कमियों को लेकर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है जो कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जरूरी भी है ,लेकिन अब समय आ गया है कि हम सब आपसी विवाद को किनारे कर कोरोना महामारी से निपटने एकजुटता दिखायें .नहीं तो हम अपनी ऊर्जा एक दूसरे से लड़ने में लगाते रहेंगे और कोरोना ‘कम्यूनिटी संक्रमण’ के स्तर पर पहुंच जायेगा और हम कोरोना पर से अपना नियंत्रण खो देंगे. तब हाथ मलने और सिर धुनने के अलावा कोई विकल्प हमारे पास शेष नहीं रहेगा.ऐसी खतरनाक स्थिति से बचने हमें सावधान रहना होगा.कोरोना का संक्रमण जाति. धर्म .लिंग .भाषा .रंग .रूप आकार व अन्य किसी प्रकार के भेदभाव से मुक्त है अर्थात संक्रमण का शिकार कोई हो सकता है इस बात को गांठ बांध लेना है . उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचने सरकार की गाइडलाइन- घर पर रहना . ज़रूरी हो तभी निकलना . भीड़ से बचना .स्वच्छता के नियमों का पालन करना .दो टाईम काढ़ा पीना .योग प्राणायाम करना . फिजिकल/सोशल डिस्टेंस का पालन करना .बार बार हाथ धोना.फेस मास्क लगाकर बाहर निकलना व सेनेटाइजर का अधिकतम उपयोग का अक्षरशः पालन करना है.उन्होंने आगे कहा कि कोरोना से इस लड़ाई में सबसे महती भूमिका का निर्वहन करने वाले कोरोना वारियर्स के सम्मान व सुरक्षा का ध्यान रखना प्रदेश सरकार की प्रथम प्राथमिकता में शामिल हो .दुर्भाग्य से प्रदेश भर में डाक्टर,नर्स, अन्य स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक, पुलिसकर्मी तथा क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रहे कर्मियों सहित दर्जनों लोग पाज़िटिव हो चुके हैं . अगर फ्रंट लाइन में काम करने वाले ही किसी कारणवश कमजोर पड़ने लगेंगे तो मोर्चा संभालना मुश्किल होगा . सरकार के दायरे में इन्हें बीमा सुरक्षा व अन्य सुविधाएं देना मुश्किल हो तो भी इनकी जान की परवाह करना जरूरी है ।प्रदेश भर के लगभग बीस हजार क्वारेंटाइन सेंटर की कमियों को दूर कर मापदंडों के अनुसार विकसित करना होगा. सबसे बड़ी चुनौती सेंपल रिपोर्ट में विलंब की आ रही है .इस पर शासन को संज्ञान लेना होगा तथा लैब की संख्या प्रदेश में बढ़ाना होगा .केवल एम्स के भरोसे बैठे रहना ठीक नहीं. इन सबके अलावा सरकार विपक्ष को साथ लेकर विश्वास में लेकर स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से सेवाभावी स्वयंसेवक तैयार कर संकट इस घड़ी में प्रदेश में सकारात्मक माहौल बना सकती है जिससे कोरोना से लड़ाई में सफलता मिल सके ।
???? सधन्यवाद????
टेसूलाल धुरंधर
बलौदाबाजार

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18 thoughts on “गांव हो या शहर चारों ओर कोरोना का कहर : धुरंधर

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