मधुगुंजन श्रृंगार नृत्योत्सव हेतु आयोजन समिति की बैठक सम्पन्न
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायगढ़ – कला की नगरी सांस्कृतिक राजधानी रायगढ़ में रायगढ़ की कला परंपरा एवं महाराजा श्री चक्रधर सिंह आश्रय नीति की अनुयायी संस्था मधुगुंजन संगीत समिति एवं रायगढ़ कत्थक घराने की विधिवत शिक्षा हेतु विश्व प्रसिद्ध संस्था श्रीवैष्णव संगीत महाविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाली तीन दिवसीय राष्ट्रीय नृत्य , संगीत , कला प्रतियोगिता एवं नृत्योत्सव मधुगुंजन श्रृंगार 2024 हेतु अतिआवश्यक बैठक आज आयोजित की गई। इस बैठक में उक्त कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु टीम में विभागों का निर्धारण सुनिश्चित किया गया , साथ ही उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आवश्यक विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा भी की गई। तीन दिवसीय आयोजित यह नृत्योत्सव प्रतियोगिता पंद्रह – सोलह और सत्रह नवंबर 2024 को पंजीरी प्लांट स्थित नगर निगम आडिटोरियम में सुबह नौ बजे से संध्या छह बजे तक प्रतियोगिता आयोजित होंगी। इसमें देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी सोलह अलग-अलग विधाओं में अलग-अलग ऐज कैटिगरी में हिस्सा लेकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
उक्त कार्यक्रम के दूसरे खंड के रूप में संध्या छह बजे से रात आठ बजे तक देश भर से आये प्रतिभावान युवा कलाकारों की नृत्य प्रस्तुति होगी और रात आठ बजे पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न होगा। बैठक में बताया गया कि प्रथम बार उक्त कार्यक्रम बिलासपुर छत्तीसगढ़ में आयोजित किया गया था। उसके बाद विगत दो वर्षों से इस कार्यक्रम को कला की नगरी रायगढ़ में आयोजित किया गया , जिसमें अपार सफलता मिली थी। इस कार्यक्रम में देश भर से अब तक ग्यारह सौ प्रतिभागियों की लगभग 650 प्रस्तुति हो चुकी है , वहीं नृत्य संगीत कला के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रतिभावान छात्रों के लिये यह एक खुला मंच साबित हुआ है। नृत्य संगीत कला के संरक्षण की परिपाटी रायगढ़ की रही है तथा इस परंपरा का अनुसरण करने वाली संस्था मधुगुंजन संगीत समिति वर्ष 1995 से अनवरत कार्य कर रही है। वर्ष 1995 से 2000 के मध्य उक्त कार्यक्रम की काफी धूम रही , जिसमें नामधारी सिंह दिनकर , पं.राजेंद्र गंगानी और रिंपा शिवा जैसे अनगिनत अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। युवा कलाकारों को समर्पित उक्त कार्यक्रम को एक अलग रूप से विगत तीन वर्षों से पुनः प्रारंभ किया गया है। उक्त कार्यक्रम के द्वितीय आयोजक कला एवं नृत्य प्रशिक्षण के क्षेत्र में विश्व में स्थान रखने वाली नगर की प्रतिष्ठित संस्था श्रीवैष्णव संगीत महाविद्यालय वर्ष 1972 से लगभग हजारों शिष्य तैयार कर चुकी हैं। समारोह के सफल आयोजन हेतु 35 सदस्यीय टीम अपने अथक परिश्रम से योगदान देते आ रहे हैं।
उक्त आयोजित प्रथम बैठक में मनोज श्रीवास्तव , अजीत कुमार स्वाइन , श्रीमती सुनैना स्वाइन , रोशनी वैष्णव , शरद वैष्णव , आयुषी साव , आशीष चौहान , रीना अग्रवाल , वंदना शर्मा , पूजा सहगल , संजना सहगल , विनी राठौर , डॉली गोस्वामी , जेनिफर जोसेफ , रोमी अग्रवाल , निधि बाजपेई , अंकित कुमार दुबे , श्रद्धा स्वाइन ,अरोमा दुबे , दक्ष यादव , करीना बहल , राखी यादव , स्नेहा परिमिता स्वाइन सहित संस्था के कई सम्मानित सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे। इसकी जानकारी अंतर्राज्यीय स्तर पर कत्थक जैसे विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन करने वाली नृत्यांगना जया दीवान ने दी।