“परिसीमन” – न्याय और जनहित की लड़ाई बनाम अहं की लड़ाई
बिलासपुर / परिसीमन एक बड़ा विषय है व्यापक विषय है जो जनहित के लिए किया जाना चाहिए न कि कुछ लोगो को लाभ पहुँचाने के लिए किया जाना चाहिए,ये कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए जनमानस को तहस नहस करना चाहते है।परिसीमन का उद्येश्य सरकार जब निर्देशित करती है तो जनसंख्या हमेशा ही आधार रहता है और जनसंख्या यानि एक बड़ा वर्ग होता है,सरकार अपने अहं में झूठ बोल कर गुमराह कर रही है,केवल कुछ लोगो के व्यवस्थापन को आधार बनाकर बड़े वर्ग को नुक़सान करने का प्रयास करने जा रही है और वो नुक़सान केवल चंद लोग जो अपने अहं के चलते बिलासपुर को कभी आगे बढ़ने नहीं दिया और शहर को बीस साल पीछे लेकर चले गये,ये लड़ाई जनहित की है अहं की नही सरकार ने गुमराह करने का प्रयास किया है लेकिन हमको न्याय के मंदिर पर पूरा भरोसा है और जनहित के लिए लड़ाई लड़ना ही हमारा उद्येश्य है ताकि नापाक ताक़तों के इरादे सफल न हो।छोटे छोटे व्यस्थापन को दिखाकर गुमराह करना उचित नहीं है जबकि सरकार का परिसीमन का उद्येश्य स्पष्ट था पहले से कि जनसंख्या का ही आधार होगा परिसीमन न कि छोटे छोटे व्यस्थापन।ख़ैर ईश्वर पर भरोसा होना चाहिए न्याय पर भरोसा होना चाहिए, सत्य पर भरोसा होना चाहिए।