कर्मचारियों को अस्पतालो मे कैश -लैस उपचार की सुविधा देने की मांगसंघ के अध्यक्ष ने कहा –लाभ विलम्ब से होता है या पूरा नहीं मिल पाता है

0
b5656a86-f0f2-482e-badf-f2da4b40180a

मुंगेली – शासन द्वारा कर्मचारी व उनके परिवार को उपचार के लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति राशि भुगतान उपचार के बाद किया जाता है।इससे पूर्व उन्हें स्वयं के व्यय से उपचार कराना होता है।प्रक्रिया जटिल व कई स्तर में होने के कारण इसका लाभ कर्मचारियों को नहीं मिल पाता है।लाभ विलम्ब से होता है या पूरा नहीं मिल पाता है।छ. ग शालेय शिक्षक संघ मुंगेली के जिला अध्यक्ष दीपक वेंताल ने शासन से कैश- लैस उपचार की सुविधा प्रदान करने की मांग की है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में कर्मचारियों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति राशि उपचार के पश्चात प्रदान की जाती है।जिसका पूरा लाभ बीमार कर्मचारी को नहीं मिल पाता है।कर्मचारी के पास बीमार पड़ने के समय उपचार के लिए पर्याप्त राशि नहीं होती है,जिसके चलते उन्हें बाहर से उधार लेकर उपचार कराना पड़ता है,अथवा उपचार के लिए पैसे नहीं होने के कारण कई कर्मचारियों की मृत्यु हो जाती है।शासन द्वारा आखिरकार कर्मचारियों को प्रतिपूर्ति राशि प्रदान की जाती है,यदि शासन द्वारा कर्मचारियों को अस्पताल में कैश-लैस सुविधा प्रदान कर दी जाएगी तो कर्मचारियों को समय रहते उपचार कराने की सुविधा मिल जाएगी।
वर्तमान प्रक्रिया जटिल- शासन द्वारा वर्तमान में कर्मचारियों को दी जा रही प्रतिपूर्ति राशि की प्रक्रिया जटिल है।पैसे मिलते तक सालों बित जाते हैं।वहीं राशि का इंतजार करते कई कर्मचारी दुनिया छोड़ देते हैं।बीमार कर्मचारी को संबंधित हॉस्पिटल से निर्धारित प्रपत्र में जानकारी व बिल जमा करना होता है,जो जिला चिकित्सालय या संचनालय भेजा जाता है।जिसके पश्चात सीएमएचओ व अन्य अधिकारियों से जांच कर पुनः स्थानीय कार्यालय को भेजा जाता है।जहां से शासन को मांग पत्र भेजा जाता है।जिसके लिए आबंटन मिलने पर पुनः स्थानीय कार्यालय व विभाग से कोषालय भेजा जाता है।तत्पश्चात कर्मचारियों के खाते में राशि ट्रांसफर किया जाता है।इस प्रक्रिया में 6 महीने का समय लग जाता है।जिला सचिव नेमीचंद भास्कर, ब्लॉक अध्यक्ष दुर्गेश देवांगन ने बताया कि यह प्रक्रिया अधिक जटिल है,जबकि बीमार कर्मचारी को तत्काल पैसे की जरूरत होती है।शासन को कैश-लैस सुविधा मुहैया करानी चाहिए।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *