गिरमिटिया देशों का संगठन (Girmitiya Union ) बने : आचार्य वाजपेयी कुलपति-अंतरराष्ट्रीय गिरमिटि अधिवेशन में विश्व भर के विद्वानों और विशेषज्ञों का हुआ समागम

0
eb495061-1360-4ad9-a12a-37c26eaa97bb

गिरमिटिया देशों का संगठन (Girmitiya Union ) बने : आचार्य वाजपेयी कुलपति-अंतरराष्ट्रीय गिरमिटि अधिवेशन में विश्व भर के विद्वानों और विशेषज्ञों का हुआ समागम

भुवन वर्मा बिलासपुर 13 मई 2023

बिलासपुर । अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय,बिलासपुर के कुलपति ,आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने आज फीजी की राजधानी Suva में अंतरराष्ट्रीय गिरमिटि अधिवेशन में विश्व भर के विद्वानों और विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए कहा कि गिरमिटिया देशों को यूरोपियन यूनियन EU की भांति गिरमिटिया यूनियन GU का निर्माण करना चाहिए क्योंकि इन देशों की जनसंख्या, क्षेत्रफ़ल, सकल राष्ट्रीय उत्पाद बहुत कम है। सारे देशों का मिलाकर विश्व मे 1%से भी हिस्सा कम है। प्रमुख रूप से ये देश हैं फीजी, गुयाना, साउथ अफ्रीका, मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो, जमैका,।

उन्होंने अपने वक्तव्य में आगे कहा कि इन देशों के परस्पर अर्थिक व्यापारिक सम्बंध भी बहुत कम है जब कि भाषा और संस्कृति के संबंध प्रगाढ़ हैं। इन देशों के भारत के साथ अर्थिक सम्बंध भी अपेक्षाकृत बहुत कम है जैसे कि अमेरिका ,UK, चीन, आदि देशों के साथ। आचार्य वाजपेयी ने गिरमिटिया समुदाय को एक साथ और सबको भारत के साथ विभिन्न व्यूह रचना बना कर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। आचार्य वाजपेयी के प्रस्ताव को सर्व सम्मति से स्वीकार किया गया विशेष रूप से अधिवेशन के संयोजक प्रोफेसर गणेश चंद और न्यूयार्क के प्रोफेसर विष्णु बिसराम ने अपने उद्बोधन में इसका उल्लेख भी किया।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *