अटल विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग एवं मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में जन जन में योग कार्यक्रम का आयोजन
अटल विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग एवं मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में जन जन में योग कार्यक्रम का आयोजन
भुवन वर्मा बिलासपुर 4 मई 2022




अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग एवं मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में आज 4 मई को जन जन में योग कार्यक्रम का आयोजन ऐतिहासिक स्थल मल्हार में किया गया यह योग कार्यक्रम दो चरणों में संपन्न हुआ प्रथम चरण में प्रातः 7:00 बजे से 9:30 बजे तक योगासन बच्चों के द्वारा किया गया और दूसरे चरण में 9:30 से 11:30 तक योग विचार मंच का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति माननीय गौतम चौरडीया जी थे अध्यक्षता कुलपति अचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेई जी ने किया अति विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद, अरुण साहू जी, विशिष्ट अतिथि पुलिस महानिरीक्षक, रतनलाल डांगी, मस्तूरी के विधायक, डॉ. कृष्णमूर्ति बाधी, इन्दिरा गांधी ट्राइबल विश्वविद्यालय से हरेराम पांडेय, एम्स रायपुर से एसोसिएट प्रोफेसर, मृत्युंजय राठौर और श्रीमती रमा पाणि जी उपस्थित रही। कार्यक्रम समन्वयक विभागाध्यक्ष प्रो. गौरव साहू रहे। आयुष मंत्रालय नई दिल्ली भारत सरकार ने देश के 100 विश्वविद्यालयों में अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर का चयन जन-जन के लिए योग कार्यक्रम के लिए किया है कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमोना भट्टाचार्य ने किया योग विज्ञान के विभागाध्यक्ष श्री गौरव साहू ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए स्वागत भाषण के माध्यम से बतलाया कि योग श्वास के समान सभी के लिए आवश्यक और अनिवार्य तत्व है। न्यायमूर्ति श्री गौतम चौरडिया जी ने अपने विचार प्रकट करते हुए व्यक्त किया कि योग का अभ्यास व्यक्ति को आनंद मय बनाता है जिसके जीवन में आनंद नहीं उसका योग अधूरा होता है। मनुष्य के भावना को जितनी खोज इस पुण्य भूमि भारत में हुआ उतना विश्व के किसी अन्य देशों में नहीं हुआ। भारत की परंपरा गौरवशाली है और इसमें ना केवल शारीरिक बल्कि आत्मिक रूप से विकास की बात कही गई है। मानव जीवन को स्वस्थ और निरोगी रखने का तरीका भी योग के रूप में बताया गया।

विशिष्ट अतिथि डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि योग का वैज्ञानिक प्रभाव शरीर व मन पर पड़ता है इसीलिए यह विश्व के 121 देशों में जिनमें से अधिकांश मुस्लिम देश भी है योग के महत्व को समझा है और उसका पालन कर रहा है। माननीय सांसद श्री अरुण साथ ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे देश की गौरवशाली परंपरा में ईश्वर की कृपा और प्रकृति की कृपा जितनी इस देश में हुई उतना विश्व के किसी अन्य देशों में नहीं हुआ, हमने दुनिया को केवल दिया है। कोरोना महामारी से भारत की प्राचीन योग व आयुर्वेद को प्रतिष्ठा मिली है हमारी दिनचर्या, खानपान रोग से मुक्त रहता था इसे आज संपूर्ण विश्व में जाना है और इसीलिए वे भारतीयों के जीवन शैली को इसकर के योग को अपना रहे हैं। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी जी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से 100 दिन पूर्व में 100 संस्थाओं का चयन आयुष मंत्रालय ने किया यह हम सब के लिए सौभाग्य की बात है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ की प्राचीन धार्मिक आध्यात्मिक नगर में आयोजित हो रही है और जिसमें क्षेत्र के गणमान्य नागरिक जनप्रतिनिधि भी सहभागी बन रहे हैं यह एक महत्वपूर्ण है और वास्तव में आयुष मंत्रालय के द्वारा जन-जन के लिए योग कार्यक्रम किया जा रहा है वह फलीभूत हो रही है ।
मोरारजी देसाई योग संस्थान नई दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. ईश्वर वी. बसवा रेड्डी जी ने आभासी माध्यम से कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा इस कार्यक्रम को आम जनता तक विस्तारित करने एवं उसके महत्व को समझाने के लिए जो कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई गई है उस पर विस्तार से प्रकाश डाला उन्होंने अपने उद्बोधन में आयुर्वेद में योगासन, प्राणायाम, ध्यान आदि की विधियों को स्पष्ट करते हुए विश्व के समस्त मानव जगत को कैसे स्वस्थ, रोगमुक्त और प्रसन्नता से सामाजिक एकता और सद्भाव से जोड़कर रहने की सीख व शिक्षा दिया है।
ऋषि पतंजलि ने योग सूत्र में सुख जी का नियम बनाएं जो प्राण मन की शुद्धि से स्वस्थ रहा जा सकता है डॉक्टर शालिनी सरकार ने अष्टांग योग पर विस्तार से चर्चा किया एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मृत्युंजय राठौर ने प्रोजेक्टर के माध्यम से शरीर से संबंधित समस्त अभ्यासो के वैज्ञानिक पक्ष को सभी लोगो को बतलाया कि समस्त रोगों को योग से कैसे दूर किया जा सकता है इसे तकनीकी रूप से सभी बच्चों के समक्ष स्पष्ट किया। श्रीमती रमा पाणि ने अपने उद्बोधन में योग का मानव शरीर व स्वास्थ्य पर प्रभाव की विस्तार से चर्चा किया अंत में इस कार्यक्रम का आभार प्रकट अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एच. एस. होता ने किया।
इस कार्यक्रम के दौरान जिला मलखम्ब जाजगीर चांपा एसोसिएशन के ग्रामीण छात्रों के द्वारा रस्सी मलखंब एवं खम्ब मलखम का मंत्र मुग्ध प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में योग विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ गौरव साहू योग अनुदेशक सुश्री मोनिका पाठक, योग विज्ञान विभाग के व्याख्याता सत्यम तिवारी, डॉक्टर सुमोना भट्टाचार्य सौमित्र तिवारी यशवंत पटेल, डॉ मनोज सिन्हा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एच. एस. होता, जन सूचना अधिकारी हर्ष पांडे सभी गणमान्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी नगर पंचायत के अधिकारी तहसीलदार बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
About The Author

