ड्राइविंग को खेल न समझें, छोटी-छोटी गलतियां बड़े हादसों की वजह बनती है – डॉ एमपी सिंह
ड्राइविंग को खेल न समझें, छोटी-छोटी गलतियां बड़े हादसों की वजह बनती है – डॉ एमपी सिंह
मथूरा । चीफ वार्डन सिविल डिफेंस व विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन डॉ एमपी सिंह ने बढ़ते हुए सड़क हादसों को देखकर यह आर्टिकल जनहित और राष्ट्रहित में लिखा है
इसमें सड़क हादसों के 45 कारणों को बताया गया है
1.नींद और नशा
2.वाहनों की खराब फिटनेस
3.मोड़ पर गति कम ना करना
4.बदहाल सड़कें
5.अनियंत्रित गति
6.व्याप्त भ्रष्टाचार
7.प्रभावी दंड का ना मिलना
8.सड़क के गड्ढे
9.स्पीड ब्रेकर
10.दिशा संकेतों का ना होना
11.वाहन चालकों के धैर्य की कमी
12.असुरक्षित वाहन
13.खराब मौसम
14.सिग्नल तोड़ना
15.हेडफोन का इस्तेमाल करना
16.स्वास्थ्य का ठीक ना होना
17.बिना आराम किए लगातार वाहन चलाना
18.रास्ते का ज्ञान ना होना
19.यातायात नियमों का उल्लंघन करना
20.नियमों की ठीक जानकारी ना होना
21.पैदल चलने वालों की लापरवाही
22.नौसिखिया चालक
23.रेडियो सुनना
24.मोबाइल पर बातें करना
25.सड़क पर लगे चिन्ह और प्रतीकों का ज्ञान होना
26.पैदल चलने वालों द्वारा भूमिगत तथा पैदल पारपथ का उपयोग ना करना
27.गाड़ी चलाते समय सतर्क ना रहना
28 .सवारियों व साथियों से बातें करते रहना
- वाहन की समय अनुसार देखभाल ना करना
30.वयस्क होने से पहले वाहन चलाना
31.वाहन में लगे दाएं बाएं शीशे का प्रयोग ना करना
32.शराब पीकर ड्राइविंग करना
33.सड़क नेटवर्क में विस्तार का ना होना - अच्छे ड्राइविंग स्कूलों का अभाव
- वाहनों की संख्या में अत्यंत वृद्धि
- शहरीकरण और दिखावा सड़क पर स्टंट दिखाना
- जलभराव
40.लापरवाही
41.पैसेंजर वाहन को भार वाहक वाहन बनाना
42.जुगाड़ को सड़क पर दौड़ाना
43.वाहनों का आपसी कंपटीशन
44.लेन ड्राइविंग का ना होना
45.सड़क पर प्रकाश का ना होना
डॉ एमपी सिंह ने बताया कि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर 1.35 लाख से अधिक मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो जाती हैं और 50 लाख से अधिक लोग घायल हो जाते हैं
-2018 के अनुसार विश्व के 199 देशों में भारत सड़क दुर्घटना में पहले स्थान पर है
-2018 में भारत में 4,67,044 सड़क दुर्घटना दर्ज की गई थी
-सड़क दुर्घटना में प्रत्येक 23 सेकंड में एक मौत हो रही है
-15 से 45 वर्ष के सड़क उपयोग कर्ताओं की दुर्घटना में होने वाली मृत्यु दर सर्वाधिक है यानी 69%
-54 फ़ीसदी मौत पैदल यात्री, साइकिल चालक, दुपहिया वाहन आदि की दर्ज की गई है
-80 फीसदी दुर्घटनाएं ओवर स्पीडिंग और रॉन्ग साइड ड्राइविंग की वजह से हो रही हैं
-अधिकतम मौत आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं के अभाव के कारण हो रही हैं
-73 फ़ीसदी हेलमेट का प्रयोग नहीं करते हैं और दुपहिया वाहन चालक किसी भी वाहन को हिट करके भाग जाने की कोशिश करते हैं जिसकी वजह से सड़क दुर्घटना हो जाती है
-चार पहिए के वाहनों में चालक सीट बेल्ट का प्रयोग ना करने वाले भी सड़क हादसों को जन्म देते हैं
-जिनके पास वाहन संबंधी कागजात नहीं होते हैं वह चालान से बचने के लिए इधर-उधर करके वाहन को निकालने की कोशिश करते हैं जिसकी वजह से दुर्घटना हो जाती है
-80 फ़ीसदी हादसों में चालकों की गलती होती है
-40 फ़ीसदी दुपहिया वाहन चालक प्रभावित होते हैं