छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की हितैषी होने का ढोल पिट रही है और दूसरी तरफ शोषण की नीति अपना रही – श्रीमती सुनीता वर्मा
छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की हितैषी होने का ढोल पिट रही है और दूसरी तरफ शोषण की नीति अपना रही – श्रीमती सुनीता वर्मा
भुवन वर्मा बिलासपुर 02 दिसंम्बर 2021
बलौदाबाजार:-प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू की जा रही है, जिसके लिए मंगलवार से टोकन का वितरण किया जा रहा है, वहीं इस वर्ष किसानों को 25 फीसद बारदाने की व्यवस्था करने का फ़रमान छ ग सरकार द्वारा जारी किया गया है, जो अनुचित है उक्त बातें भाजपा जिला मंत्री व पूर्व जनपद सभापति श्रीमती सुनीता वर्मा ने जारी बयान में कही,,श्रीमती वर्मा ने आगे कहा कि छ ग सरकार द्वारा लगातार अन्नदाताओं के साथ अन्याय कर रहीं है,किसान बारदाने के लिए व्यापारियों के चक्कर काट रहें हैं, बाजार में बारदानों की कीमत 35 से 40 रुपया में बिक रही है, वही छ ग सरकार मात्र 18 रु के दर से किसानों भुगतान करने की बात कह रही है,,जो किसानों के साथ छल है, अगर सरकार चाहती तो जो किसानों को बारदाना खरीदने को कह रही है वह स्वंय खरीदकर किसानों को उपलब्ध करवा सकती थी,,वही पिछले वर्ष भी सहकारी समितियों के माध्यम से धान की खरीदी की गई थी,तो क्या सरकार को यह जानकारी नहीं थी,की इस वर्ष कितनी मात्रा में धान खरीदनी है और कितने बारदानों की आवश्यकता पड़ेगी ।
सरकार की यह खरीद की अधूरी नीति के कारण किसान परेशान हो रहे हैं, एक तरफ छ ग सरकार किसानों की हितैषी होने का ढोल पिट रही है और दूसरी तरफ शोषण की नीति अपना रही है,, श्रीमती सुनीता वर्मा ने आगे बताया कि सहकारी समितियों में भी धान खरीदी की आधी अधूरी व्यवस्था की गई है जिससे टोकन कटवाने से लेकर तौल कराने तक काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है,सहकारी समितियों में महज 10 दिन के लिए ही बारदाने उपलब्ध करा पाई है, जो आगे चलकर धान खरीदी प्रभावित होने के साथ ही किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन सकती है, श्रीमती वर्मा ने छ ग सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों से 25 फीसद बारदाना लाये जाने के फैसले को शीघ्र वापस लेकर स्वयं बारदाना उपलब्ध कराकर अन्नदाताओं के साथ न्याय करे।