राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर सत्ता-संगठन- प्रशासन में तैयारी शुरू : प्रमुख योजनाओं को लेकर विभाग कर रहे तैयारी, सियासी संकट: सितम्बर के दूसरे-तीसरे सप्ताह में आने के संकेत
राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर सत्ता-संगठन -प्रशासन में तैयारी शुरू : प्रमुख योजनाओं को लेकर विभाग कर रहे तैयारी, सियासी संकट: सितम्बर के दूसरे-तीसरे सप्ताह में आने के संकेत
भुवन वर्मा बिलासपुर 1 सितंबर 2021
रायपुर. छत्तीसगढ़ में उठे राजनीतिक विवाद के बाद अब राहुल गांधी के दौरे को लेकर कांग्रेस सहित आम जनता में उत्सुकता बढ़ती जा रही है। राहुल गांधी का दौरा कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन इसकी तैयारी सत्ता और संगठन दोनों स्तर पर शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो सितम्बर के दूसरे-तीसरे सप्ताह में राहुल गांधी छत्तीसगढ़ प्रवास पर आ सकते हैं। चूंकि राहुल को छत्तीसगढ़ प्रवास के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आमंत्रित किया है, इसलिए संगठन की तरफ से अलग से कोई कार्यक्रम बनाकर नहीं भेजा जा रहा है।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री निवास में राहुल के दौरे को लेकर बैठकों का सिलसिला हो गया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने केवल मसीह समाज के लोगों से मुलाकात
बस्तर में लखमा ने संभाला मोर्चा
राहुल गांधी अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान बस्तर, सरगुजा और मध्य क्षेत्र जाएंगे। इसे लेकर भी तैयारियों का सिलसिला तेज हो गया है। राहुल के प्रवास से पहले बस्तर में मंत्री कवासी लखमा ने मोर्चा संभाल लिया है। वे लगातार दो दिन 1 व 2 सितम्बर को बस्तर में रहकर नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, सुकमा बीजापुर और दंतेवाड़ा में संगठन की बैठक लेंगे। चर्चा है कि राहुल गांधी अपने प्रवास के दौरान जगदलपुर में रात्रि विश्राम कर सकते हैं। मंत्री लखमा के दौरे को इसी तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
दिल्ली से लौटकर सिंहदेव बोले- शुभचिंतकों ने कहा सचेत रहें
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एक दिन के संक्षिप्त दिल्ली प्रवास के बाद मंगलवार की देर शाम रायपुर पहुंचे। उनके रायपुर पहुंचने पर एयरपोर्ट पर मौजूद उनके समर्थकों ने स्वागत किया। टीएस सिंहदेव एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा की, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी को लेकर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। उन्होंने कहा, मुझे मेरे शुभचिंतकों ने सचेत रहने के लिए
की। इस के बाद का समय आरक्षित रखा गया था। वहीं कृषि रविन्द्र चौबे और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे थे। माना जा रहा है कि राहुल के दौरे सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई होगी।
ऐसी कोई बात न हो जिससे अनावश्यक विवाद पैदा होगा। मीडिया के सामने ज्यादा कुछ नहीं बोलने को गया गया है। इसलिए मैं बचने की कोशिश कर रहा हूं। वैसे भी इतनी सारी बातें हो चुकी हैं कि अब ज्यादा कुछ कहने को बचा नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह यात्रा उनकी निजी और पूरी तरह पारिवारिक थी। वे एक पूजा में शामिल होने गए थे।
कलेक्टरों को तैयारियों के निर्देश
मुख्य सचिव ने मंगलवार को सूखे की आशंका लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संभागायुक्तों और कलेक्टरों की बैठक ली। इसमें मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी शामिल थे। उन्होंने बैठक में कहा, आगामी दिनों में प्रदेश में वीआईपी दौरा हो सकता है। इसे देखते हुए सभी आवश्यक तैयारियां समय पर की जाए।…
संकेत यही मिल रहे हैं कि राहुल के दौरे से पहले ‘रायपुर मंत्रिपरिषद की बैठकी हो सकती है। हालांकि अी बैठक की कोई तिथि जारी नहीं हुई। मंत्री अमरजीत भगत का कहना है कि अभी राहुल गांधी का दौरा कार्यकरम फाइनल नहीं हुआ। कार्यक्रम जारी होते ही इसकी सूचना दी जाएगी। इधर, शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए सरकारी विभागों में भी मशक्कत शुरू हो गई है। हर विभाग महत्वपूर्ण शासकीय योजनाओं और उससे लाान्वित होने वाले हितग्राहियों की जानकारी एकत्र कर रहा है ।
संगठन और कार्यकर्ता दुविधा में: पिछले कुछ दिनों से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर संगठन और कार्यकर्ता दोनों नजर जमाए बैठे हैं। उनके बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है। कार्यकर्ता एक दूसरे से दिल्ली का हालचाल ले रहे हैं। हालांकि जवाब किसी के पास नहीं है कि आरि में दिल्ली हुआ क्या था? कार्यकर्ता दबी जुबान में यह भी कह रहे हैं कि इस राजनीतिक घटनार म से नुकसान पार्टी को हो रहा है। वहीं इस मुद्दे पर विधायक भी दुविधा में नजर आ रहे हैं। इसमें दिल्ली गए कुछ विधायक शामिल हैं। बताया जाता है कि कुछ विधायक इस विवाद में नहीं पड़ना चाहते हैं। इस वजह से उन्होंने इस पूरे मामले से दूरी बनाकर ही है। इनमें कुछ वरिष्ठ विधायक शामिल हैं। उनका कहना है कि पार्टी हाईकमान के फैसले के मुताबिक काम करेंगे।