छत्तीसगढ़ में अकाल की अंदेशा सरकार ने कलेक्टरों से 7 तक मांगी रिपोर्ट: रायपुर समेत 18 जिले की 44 तहसीलों में आधी बारिश, सूखे का आंकलन,खरीफ फसल के नुकसान की समीक्षा भी
छत्तीसगढ़ में अकाल की अंदेशा सरकार ने कलेक्टरों से 7 तक मांगी रिपोर्ट: रायपुर समेत 18 जिले की 44 तहसीलों में आधी बारिश, सूखे का आंकलन ,खरीफ फसल के नुकसान की समीक्षा भी
भुवन वर्मा बिलासपुर 27 अगस्त 2021
रायपुर । कृषि मौसम विभाग के एचओडी डा. जीके दास ने कहा कि
प्रदेश में फिलहाल सूखे जैसे हालात नहीं हैं।
प्रदेश में अब बारिश के रूख को देखते हुए सरकार
ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। सूखे के आंकलन में लग
गई है। सरकार ने कलेक्टरों से अनियमित वर्षा और
खंड वर्षा से बनी स्थिति की ताजा जानकारी मांगी
है। इसके अलावा खरीफ फसलों को हुए नुकसान
का भी आंकलन करने को कहा गया है। प्रदेश
में औसत वर्ष की नजरिए से कांकेर जिले के दुर्ग
कोंदल चारामा तथा कांकेर तहसील में कम बारिश
होने की जानकारी सामने आई है।
इसी तरह सरगुजा की दरिमा तहसील बस्तर के
बकावंड और रायपुर जिले की आरंग तहसील में 50
फीसदी से कम बारिश हुई है। बताया गया कि प्रदेश
के 18 जिलों की 44 तहसीलों में औसत से 51 से
75 प्रतिशत तक ही बारिश हुई है। 23 जिलों की 65
तहसीलों में औसतन 76 से 100 फीसदी वर्षा हुई
है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस साल वर्षा का आचरण
अनियमित तथा खंड वर्षा का है।
इसकी वजह से एक ही तहसील में कई स्थानों पर
अच्छी वर्षा हुई है। कहीं खरीफ फसल के लिए
पर्याप्त पानी नहीं बरसा है। राहत आयुक्त और
सचिव राजस्व डॉ. रीता शांडिल्य ने कलेक्टरों से
कहा कि अनियमित वर्षा एवं खंड वर्षा के कारण यह
सूचना मिल रही है कि खरीफ फसलों को नुकसान
पहुंचा है। पांच खरीफ फसलों के संबंध में विभाग को
रिपोर्ट भेजें।
बारिश होने के आसार, आसमान खुलने पर करें दवा
का छिड़काव
अगस्ते के महीने में 42 फीसदी कम बारिश ने प्रदेश
में किसानों की चिंता बढ़ा दी है। 93 प्रतिशत
में बुआई पूरी हो चुकी है। धान के पौधों की ऊंचाई
भी बढ़ चुकी है। बीमारी इत्यादि से बचाव के लिए
दवा छिड़काव का समय है। कृषि मौसम विभाग ने
किसानों को खेतों में 50 मिमी तक पानी रखने के
निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में
मानसून की गतिविधियां बढ़ गई हैं।
अगले कुछ दिनों में प्रदेश में हल्की से मध्यम
बारिश की संभावना है। इससे खेतों को जरूरत का
पानी उपलब्ध हो सकता है। कृषि मौसम विभाग
के एचओडी डा. जीके दास ने कहा कि प्रदेश में
फिलहाल सूखे जैसे हालात नहीं हैं। एक-दो अच्छी
बारिश की जरूरी है। आसमान साफ होने पर
किसान निंदाई का काम कर सकते हैं। दवा इत्यादि
का छिड़काव करें, जिससे बीमारियां फैलने की
आशंका नहीं रहेगी।
खंडवर्षा में बताना होगा
तहसील का नाम, 31 अगस्त तक तहसील में औसत
वर्षा, 1 जून से 31 अगस्त तक वर्षा मिमी में, 31
तक की वर्षा का औसत वर्षा से प्रतिशत, कमी या
वृद्धि तथा कोई टिप्पणी।
फसलों को नुकसान
तहसील का नाम, राजस्व ग्रामों की संख्या, खरीफ
फसलों का क्षेत्रफल हेक्टेयर में, पांच मुख्य खरीफ
फसलों के नाम तथा बोए गए रकबे के आधार पर,
प्रभावित फसल का नाम व बोया गया रकबा तथा
प्रभावित रकबा, प्रभावित खरीफ फसल का नाम व
बोया गया रकबा तथा प्रभावित रकबा हेक्टेयर में,
किस प्रकार की क्षति हुई है, उत्पादकता पर कितना
प्रभाव पड़ेगा।