इस श्रेष्ठ… सर्वश्रेष्ठ… ऐतिहासिक निर्णय के लिए… प्रधानमंत्री मोदी जी को हृदय से धन्यवाद..
इस श्रेष्ठ… सर्वश्रेष्ठ… ऐतिहासिक निर्णय के लिए…
प्रधानमंत्री मोदी जी को हृदय से धन्यवाद..
भुवनवर्मा बिलासपुर 6 अगस्त 2021
दिल्ली । देश के प्रबुद्ध जनों ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर देश के सर्वोच्च खेल सम्मान का नामकरण भारत के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, “हॉकी के जादूगर” नाम से पूरे विश्व में विख्यात मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है, पहले यह सम्मान देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर दिया जाता था..!
मेजर ध्यानचंद को भारतरत्न दिए जाने की मांग बहुत लंबे समय से की जाती रही है, लेकिन आज देश के सर्वोच्च खेल सम्मान का नामकरण उनके नाम पर कर के प्रधानमंत्री मोदी ने देश की तरफ से उन्हें सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि, सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया है….
भारतरत्न की कतार में सचिन तेंदुलकर के बाद, उसके साथ मेजर ध्यानचंद को खड़ा कर देना उस महानतम खिलाड़ी का अपमान करने समान ही होता, मेजर ध्यानचंद के खेल जीवन की उपलब्धियों की तुलना में सचिन तेंदुलकर उनके घुटने की ऊंचाइयों तक भी नहीं पहुंचता है…राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण की सचिन तेंदुलकर से तुलना करना भी मेरे लिए अपमानजनक है..!
अतः आज देश के सर्वोच्च खेल सम्मान को उनके नाम पर कर के प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि मेजर ध्यानचंद जैसा खिलाड़ी ना दुनिया में कोई था, ना कोई है और ना कोई होगा। इसे केवल इस एक उदाहरण से समझ लीजिए…
क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले डॉन ब्रेडमैन ने 1995 या 96 में सचिन को शेन वार्न के साथ अपने घर चाय पर बुलाकर जब यह कहा था कि तुम कुछ कुछ मेरी तरह खेलते हो, तो उनकी उस टिप्प्णी को सचिन समेत इस देश की भांड मीडिया ने ईश्वरीय वरदान के समान प्रचारित किया था, जबकि मित्रों वही डॉन ब्रेडमैन जब अपने खेल जीवन की लोकप्रियता के चरम पर थे तब उन्होंने ध्यानचंद को ”बुलवाया” नहीं था बल्कि उनसे मिलने खुद चलकर मैदान में पहुंच गये थे और कहा था कि ”आप तो जादूगर हो, जिस तरह क्रिकेट में रन बनाये जाते हैं आप उस तरेह गोल करते हो..”
मेजर ध्यानचंद की इतनी विशिष्ट, इतनी विलक्षण कीर्ति कथा “हरि अनंत हरि कथा अनंता” सरीखी है…
भारतीय खेलजगत के जादूगर नहीं “भगवान” मेजर ध्यानचंद को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आज अर्पित किए गए श्रद्धासुमन के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को हृदय से धन्यवाद..!!
जय हिंद,,,,