रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव पर लगाये आरोप पर किया खेद व्यक्त
रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव पर लगाये आरोप पर किया खेद व्यक्त
रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव पर लगाये आरोप पर किया खेद व्यक्त
भुवन वर्मा बिलासपुर 28 जुलाई 2021
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर हंगामा मचने के बाद आखिरकार रामानुजगंज कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने सिंहदेव पर लगाये आरोपित बयान पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैंने भावावेश में मीडिया में कथन जारी किया था , मेरे कथन से किसी को बुरा लगा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूँ। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि सिंहदेव पर लगाये गये आरोप सही नहीं है , उन पर लगाये गये आरोप पूरी तरह असत्य है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बृहस्पत सिंह को धन्यवाद देते हुये कहा कि उन्होंने भावावेश में कहे गये कथन को वापस लिया है। उन्होंने कहा कि ये सदन राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता का प्रतिनिधित्व करता है , सदन में बाक़ी मुद्दों पर भी चर्चा ज़रूरी है। आसंदी ने इस समस्या को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई , उसकी मैं प्रशंसा करता हूं। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जिन कारणों से जैसी भी परिस्थिति बनी उन कारणों पर अब मैं नहीं जाना चाहता , सदन की उच्च परम्परा बनी रहे।
विश्वस्त सूत्रों से मिली मामले की विस्तृत जानकारी के अनुसार रामानुजगंज विधायक वृहस्पत सिंह ने कहा था कि वो महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं , अगर हत्या कराने से सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक हो। मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायक का अपमान करते हैं , ऐसे मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नही है। छग विधानसभा मानसून सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष ने कांग्रेस विधायक वृहस्पत सिंह पर हुये जानलेवा हमले मामला को लेकर हंगामा शुरू कर दिया था। वहीं दूसरे दिन सदन में विपक्षी सदस्यों ने हत्या के षड्यंत्र का आरोप पर फिर हंगामा करते हुये कमेटी बनाकर मामले के जांच की मांग की थी। वहीं दूसरे दिन सदन में मंत्री सिंहदेव ने कहा था – मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं। शायद कुछ छिपा हुआ है जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है। मैं नहीं समझता हूं कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाये मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता। इस बयान के बाद वे सदन छोंड़कर चले गये थे। टीएस सिंहदेव के सदन छोड़कर जाने की घटना के बाद छत्तीसगढ़ की सियासत गरम हो गयी थी। उधर विधानसभा के मुख्यमंत्री कक्ष में ही मंत्रियों की आपात बैठक शुरू हुआ जिसमें सिंहदेव को छोड़कर सभी मंत्री मौजूद रहे। राजनीतिक घमासान के बीच छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिह को कारण बताओ नोटिस जारी कर चौबीस घंटे के भीतर जवाब देने को कहा था। नोटिस में कहा गया था कि किन तथ्यों के आधार पर आप मंत्री टी०एस० सिंहदेव पर आरोप लगाये हैं , आपके इस प्रकार के सार्वजनिक बयान और कृत्यों से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। वहीं मानसून सत्र के तीसरे दिवस आखिरकार रामानुजगंज कांग्रेस विधायक वृहस्पत सिंह ने मंत्री सिंहदेव पर लगाये आरोपित बयान पर खेद व्यक्त किया।