मिशनरियों ने प्रार्थना -दवाई – पढ़ाई व आर्थिक सहायता को धर्मांतरण का बड़ा जरिया बना लिया : प्रदेश के आदिवासियों में हो रहा भारी धर्मांतरण
मिशनरियों ने प्रार्थना -दवाई – पढ़ाई व आर्थिक सहायता को धर्मांतरण का बड़ा जरिया बना लिया : प्रदेश के आदिवासियों में हो रहा भारी धर्मांतरण
भुवन वर्मा बिलासपुर 15 जुलाई 2021
रायपुर । छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन का खेल जोरों पर जारी है । मिशनरियों ने प्रार्थना -दवाई – पढ़ाई व आर्थिक सहायता को धर्मांतरण का बड़ा जरिया बना लिया है । गत दिवस रायपुर से संचालित अवैध बाल गृह के जरिए चलाए जा रहे । धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश होने के दौरान मिले साक्ष्य से यह तो साबित हो जाता है । मिशनरी कमजोर नब्ज को पकड़ कर अपने धर्म में जोड़ते जा रही है । रायपुर दुर्ग भिलाई शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रार्थना पढ़ाई और दवाई की खर्च उठाने के लालच में सैकड़ों लोगों को धर्मांतरण करा चुके हैं । वहीं इन तमाम शिकायतों के बीच छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषंगी संगठन धर्म जागरण मंच ने भी सक्रियता के साथ घर वापसी अभियान चला रही है । धर्म जागरण मंच की पड़ताल से यह स्पष्ट हुआ है कि मिशनरी और उनके धर्म प्रचारक गरीब और बीमारी के अलावा ऐसे लोगों को जाल में फंसा रहे हैं जिनके बच्चों की पढ़ाई की फीस मिशनरी के इंग्लिश मीडियम स्कूल में आसानी से जमा कर रहे हैं । आर्थिक तंगी के कारण स्कूल कॉलेज नहीं जा पा रहे परिवार भी इनकी पहली प्राथमिकता है । ऐसे परिवार को मदद देकर धर्मांतरण कराया जाता है । उसके धर्म प्रचारक मदद के बहाने धीरे-धीरे परिवार के सदस्यों के बीच अपनी गहरी पैठ बना लेते हैं । इस खेल में धर्म प्रचार चुप चाप कराते हैं । जिसका जानकारी उनके पड़ोसी को कानों कान भनक तक ही लगती है । खासकर उनका लक्ष्य अनुसूचित जनजाति के अलावा अब पिछड़ा वर्ग के लोग मुख्य टारगेट में हैं ।
बिलासपुर के मस्तूरी, बेलतरा, कोटा पेंड्रा में सक्रियता से उनकी पकड़ मजबूत हो रही है । वही जयराम नगर के आसपास गहरी पकड़ बना ली है ।कोरोना काल में प्रार्थना सभा और मदद के बहाने गांव-गांव में सक्रियता और बड़ी है । शहरी इलाकों में आज का दिन की प्रार्थनाएं ऑनलाइन और समस्याओं का समाधान कर मध्यम वर्गीय गरीब परिवारों को अधिक से अधिक को जोड़ने का उनका उनका लक्ष्य है ।
रायपुर में अवैध बालगृह के आरोपी नरेश महानंद को जेल भेजा गया । रायपुर में संचालित अवैध बाल गृह के जरिए चलाए जा रहे धर्मांतरण के खेल के मामले में आरोपी नरेश महानंद को पुलिस मंगलवार को जिला सत्र न्यायालय में पेश किया । वही आरोपियों के सभी दस्तावेज को न्यायालय में सक्षम प्रस्तुत किया गया । मामले की सुनवाई के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया । उधर पुलिस ने बताया कि अब दस्तावेज के आधार पर धर्मांतरण की जांच की जाएगी । पुलिस आरोपी के बैंक खातों की जानकारी निकाल रही है । ज्ञात हो कि रायपुर अवैध बालगृह से 19 बच्चों को छुड़ाया गया । इसे धर्मांतरण की पूरी कोशिश की जा रही थी ।